लखनऊ:पूरे देश में 25 मार्च से शुरू हुए देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक जारी रहेगी. इस दौरान जरूरी सुविधाएं सरकार मुहैया करवाने के तमाम प्रयास कर रही है, लेकिन इन सबके बीच उन जरूरी सुविधाओं के जारी होने में भी कुछ लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. इन लोगों में सबसे ज्यादा परेशानी फल विक्रेताओं को हो रही है, क्योंकि फलों की बिक्री काफी कम हो गई है.
फल विक्रेताओं की माने तो सड़कों पर सन्नाटा है. लोग दिखते नहीं हैं और अगर दिखते हैं तो सब्जी लेने अधिक जाते हैं. इक्का-दुक्का लोग ही आकर फल लेकर जा रहे हैं. इसके अलावा अगर घर वापसी की सोंचे तो लॉकडाउन में यह भी मुमकिन नहीं है. ऐसे में फलों को लगाकर ही गुजारा भत्ता चलाना पड़ रहा है.
ठेले पर फल लगाकर बेचने वाले एक दुकानदार ने हमें बताया कि सबसे बड़ी परेशानी यह है कि ज्यादा दिन हो जाने के बाद फल सड़ने लगते हैं. ऐसे में यह तो उन्हें कम दाम पर बेचना पड़ता है या फिर जानवरों को खिला देना पड़ता है. ऐसे में हमारी बिक्री पर बहुत असर पड़ता है.