लखनऊ: साल 2017 में सीएम योगी की सरकार बनने के बाद से हर साल रक्षाबंधन के त्योहार पर बहनों को रोडवेज बसों में मुफ्त सफर की सौगात मिल रही है. इस बार तो दो दिनों तक बहनें मुफ्त सफर का लाभ ले सकेंगी. वहीं पिछले पांच सालों में 51 लाख से ज्यादा बहनों ने रक्षाबंधन पर बसों से मुफ्त सफर का लुत्फ उठाया है. परिवहन विभाग के मुताबिक पिछले पांच सालों से इस सुविधा का सरकार पर 37 करोड़ का बकाया है, जिसे सरकार ने अभी तक नहीं चुकाया है. निगम की तरफ से इसका बिल शासन को भेजा जा चुका है.
गौरतलब है कि एक बार फिर सरकार ने रक्षाबंधन के त्यौहार पर बहनों को रोडवेज बसों में मुफ्त सफर की सौगात दी है. इस बार खास बात यह है कि बहनें एक नहीं, बल्कि दो दिनों तक रोडवेज बसों से फ्री यात्रा कर सकेंगी. ऐसे में इस बार बीते सालों की तुलना में कहीं ज्यादा रोडवेज बस से महिलाओं के सफर किए जाने की उम्मीद है. इसके पीछे एक और बड़ी वजह यह भी है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं. इसके चलते अपने साधन के बजाय महिलाएं पैसे की बचत करते हुए सरकारी बसों से सफर को अहमियत देंगी. वहीं बीते 5 सालों का निगम का हिसाब सरकार पर अभी बाकी है. इस बार इस बिल का भार बीते सालों की अपेक्षा ज्यादा बनने वाला है.
इस बार डेढ़ से दोगुनी हो सकती है संख्या: इस बार दो दिन मुफ्त सफर के चलते माना जा रहा है कि सफर करने वालों की संख्या बीते सालों की अपेक्षा डेढ़ से दोगुनी हो सकती है. इस बार 10 अगस्त की रात 12 बजे से 12 अगस्त की रात 12 बजे तक सभी बहनें बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगी. दो दिनों तक बस से मुफ्त सफर मिलने पर सफर करने वाली महिलाओं की संख्या दोगुनी होने की उम्मीद है.
पेट्रोल, डीजल की ज्यादा कीमत बढ़ाएगी निगम पर भार: पिछले सालों की तुलना में इस साल पेट्रोल और डीजल की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है. 90 से लेकर 100 रुपये के बीच पेट्रोल और डीजल के दाम हैं. ऐसे में अपने साधन से आने-जाने में काफी खर्च होगा. लिहाजा, इस बार त्यौहार पर महिलाएं बसों से सफर को ज्यादा तवज्जो देंगी. ईंधन की बढ़ी कीमतों से महिलाएं इस बार पैसों की बचत करने से भी नहीं चूकेंगी.
सरकार पर 37 करोड़ का बकाया: पिछले पांच सालों में रक्षाबंधन पर 51 लाख से ज्यादा महिलाओं ने रोडवेज बसों से मुफ्त सफर किया है. इसके एवज में सरकार पर परिवहन निगम का 37 करोड़ रुपये बकाया है. सरकार हर बार इस पर्व पर तोहफा देती है और बहनों को मुफ्त यात्रा कराने के बाद परिवहन निगम बिल बनाकर सरकार को भेज देता है. हालांकि 37 करोड़ की बकाएदार सरकार ने अभी इस बकाए का भुगतान नहीं किया है. इस बार दो दिन की मुफ्त यात्रा के चलते परिवहन निगम पर और ज्यादा भार बढ़ जाएगा.
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