लखनऊ : राजधानी लखनऊ से एक बार फिर जालसाजी का एक बड़ा मामला सामने आया है. मामला विकास नगर थाना क्षेत्र का है. जहां पर एफसीआई सचिवालय और लखनऊ विकास प्राधिकरण में बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे, 31 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की गई है. फिलहाल पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.
20 से अधिक बेरोजगारों से लाखों की ठगी
मिली जानकारी के मुताबिक, अलीगंज सेक्टर-1 में कुलदीप कुमार गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते हैं. वो प्राइवेट नौकरी कर अपने परिवार का पेट पालते हैं. उन्होंने विकास नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि साल 2019 में उनकी मुलाकात लखीमपुर खीरी के रहने वाले अजीत वर्मा से हुई थी. अजीत ने मुलाकात के दौरान बताया था कि उसकी शासन में अच्छी पहचान है. इसका हवाला देते हुए उसने एफसीआई सचिवालय और एलडीए में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था. इसके बाद उन्होंने कुछ समय बाद अपने बड़े भाई अमन की नौकरी लगाने के लिए अजीत से बात की.
उनका आरोप है कि अजीत ने नौकरी लगवाने के लिए 12 लाख रुपये की मांग रख दी. किसी तरह कुलदीप ने 12 लाख रुपये का इंतजाम कर अजीत को अपने बड़े भाई अमन की नौकरी लगवाने के एवज में दिए थे. लेकिन अजीत ने ठगी करने के बाद नौकरी नहीं दिलाई. तभी कुलदीप ने अजीत के बारे में जानकारी की तो मालूम हुआ अजीत ने सुनील, वैभव, सलमान, प्रदीप पांडे समेत 20 लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए ऐंठ लिए हैं.