लखनऊ :चिनहट थाना क्षेत्र अंतर्गत काशीराम कॉलोनी में आवास दिलाने (Fraud in the name of house in Lucknow) का दावा कर जालसाजों ने 11 लोगों से लाखों रुपये हड़प लिए. डूडा ऑफिस की तरफ से अवैध कब्जेदार मानते हुए नोटिस जारी होने पर धोखाधड़ी का पता चला. चौकीदार की मदद से सभी को मकान में कब्जा देते हुए फर्जी आवंटन पत्र भी थमाए गए थे पीड़ितों ने जेसीपी लां एंड ऑर्डर से मिलकर शिकायत की. इसके बाद जेसीपी के आदेश पर चिनहट थाने में आठ जालसाजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
डूडा आवास (Accommodation in Duda Colony) देने के नाम पर 11 लोगों से धोखाधड़ी का मामला चिनहट थाना क्षेत्र का है. मल्हौर रेलवे स्टेशन के पास रहने वाली समीना बेगम ने बताया कि वह काशीराम कॉलोनी में आवास ढूंढ रही थीं. इसी दौरान उनकी मुलाकात मल्हौर पुरवा निवासी आजाद से हुई. आजाद ने बताया कि कि वह पिंटू श्रीवास्तव को जानता है, जिसकी मदद से काशीराम कॉलोनी में आवास मिल सकता है. समीना ने यह बात अपने जानने वाले कंचन, सफीक, नूरजहां, शांति देवी, पिंकी कश्यप, सीता देवी, कुसुम, सना, बिंदु सिंह, मोहम्मद आदि को बताई. यह सभी लोग भी अपना गुजर-बसर झोपड़ी में कर रहे थे. ऐसे में सभी आवास लेने के लिए राजी हो गए.
काशीराम कॉलोनी (Kashiram Colony Chinhat) में मकान मिलने की चाह में सभी ने आरोपियों के बताए अनुसार एक-एक लाख रुपये का इंतजाम कर 11 लाख नकद रुपये आरोपियों को दिए गए. कुछ दिनों के बाद सभी लोगों को काशीराम कॉलोनी में मकान आवंटन (allotment letter of accommodation) का पत्र दिया गया. साथ ही खाली पड़े मकानों में कब्जा भी करा दिया. समीना के मुताबिक कुछ दिन बाद डूडा के कई अधिकारी चेकिंग करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने ने बताया कि कॉलोनी में आप लोगों का कब्जा अवैध है और उन्हें बाहर निकलना होगा. इस पर सभी ने मोहम्मद आजाद द्वारा दिए गए आवंटन पत्र अधिकारियों को दिखाए. आवंटन पत्र देखने के बाद अधिकारियों ने पत्र के फर्जी होने की बात कही और आवास खाली करने का आदेश दिया.