बेसिक शिक्षा विभाग के चार विद्यालयों का होगा कायाकल्प, ओपन जिम के साथ केमेस्ट्री व कम्प्यूटर लैब की होगी सुविधा
राजधानी में जल्द ही प्राइवेट विद्यालयों में मिलने वाली सुविधाएं शिक्षा परिषद के स्कूलों में मिलना शुरू होंगी. इसके तहत चार विद्यालयों का कायाकल्प किया जा रहा है.
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Published : Jul 12, 2023, 9:45 AM IST
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लखनऊ :राजधानी सहित प्रदेश के प्राइवेट विद्यालयों में मिलने वाली सुविधाएं अब शिक्षा परिषद के स्कूलों में भी मिलना शुरू होंगी. इसी कड़ी में बेसिक शिक्षा परिषद की कवायद से लखनऊ विकास प्राधिकरण उनके चार विद्यालयों को मॉडर्न विद्यालय के तौर पर विकसित करेगा. यह विद्यालय पूरी तरह से प्राइवेट स्कूलों के टक्कर के बनाए जाएंगे. यहां पर विद्यालयों को न केवल आधुनिक क्लासरूम के साथ ही बल्कि बेहतरीन लैब व विश्व स्तरीय दूसरा इंफ्रास्ट्रक्चर भी मिलेगा. इसके बनने के बाद प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के बराबर आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.
बेसिक शिक्षा विभाग के चार विद्यालयों का होगा कायाकल्प
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 'बेसिक शिक्षा के प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र मॉर्डन तकनीक से जुड़ेंगे. शिक्षा विभाग के अधीन चार विद्यालयों का कायाकल्प किया जा रहा है. जहां पर बच्चों के फिजिकल ग्रोथ को देखते हुए ओपन जिम के साथ ही केमेस्ट्री, कम्प्यूटर लैब का निर्माण किया जाएगा. इसके तहत एनईपी (नेशनल एजूकेशन पाॅलिसी) के तहत लैंग्वेज लैब भी स्थापित होगी. एलडीए द्वारा उतरेठिया स्थित प्राइमरी और जूनियर कंबाइंड विद्यालय का काम भी शुरू हो गया है.'
बेसिक शिक्षा विभाग के चार विद्यालयों का होगा कायाकल्प (फाइल फोटो)
एडी बेसिक श्याम किशोर तिवारी ने बताया कि 'लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) राजधानी के चार विद्यालयों का कायाकल्प करेगा. इनके कायाकल्प में एलडीए तकरीबन 5 करोड़ रुपये खर्च करेगा. यह विद्यालय राजधानी में मॉडल व अभ्युदय विद्यालय के रूप में स्थापित होंगे. उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों में बनने वाली लैब में आसपास के विद्यालयों के छात्र भी आकर प्रशिक्षण ले सकेंगे.' विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, विद्यालय का भवन इंटीग्रेटेड बिल्डिंग के तहत बनाया जाएगा. विद्यालय में साइंस, मैथ और कम्प्यूटर लैब बनेगी, इसमें 20 कम्प्यूटर लगेंगे. जिसमें लैंग्वेज लैब भी स्थापित होगी. पांच कमरों में किचन शेड, गार्ड रूम के साथ ओपन जिम बनेगा, जिसमें खिलौने, झूले व स्लाइडर लगाए जाएंगे.'
इन विद्यालयों को किया शामिल : एडी बेसिक श्याम किशोर तिवारी ने बताया कि 'इसमें पहली से आठवीं कक्षा तक चलने वाले कम्पोजिट विद्यालय शामिल हैं. पहले यह काम स्मार्ट सिटी के तहत होना था. अब यह काम एलडीए करेगा. एलडीए ने काम शुरू कर दिया है. इस योजना के तहत एक विद्यालय बनाने पर तकरीबन 1.61 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 6 महीने में काम पूरा होगा. प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देते हुए कम जगह में स्कूलों को निखारने की तैयारी है. इस योजना के लिए 11 विद्यालयों को चुना गया है. बच्चों के लिए कुछ ना कुछ एक्टिविटी भी डिजाइन की जाएगी.'