लखनऊ:राजधानी के गोमतीनगर में जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर के निर्माण में हुए घोटालों के लिए पूर्व आईएएस व पूर्व वीसी सतेंद्र सिंह ने उच्च अधिकारियों को भी जिम्मेदार बताया है. घोटाले के लिए आरोप पत्र दिया गया था जिसके जवाब में तत्कालीन आला अफसरों को ही दोषी ठहराया है. उन्होंने अपने भेजे जवाब में लिखा है कि स्वीकृत डीपीआर के अतिरिक्त कराए गए काम के लिए एलडीए के तत्कालीन सचिव सहित तीन बड़े अधिकारियों को पूरी जानकारी थी.
लखनऊ कमिश्नर की अध्यक्षता में बनाई गई जांच कमेटी
लखनऊ के कमिश्नर की अध्यक्षता में जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. इसमें आवास विकास के भी दो अधिकारी शामिल हैं. आरोप पत्र का जवाब सतेन्द्र ने काफी पहले दिया था लेकिन यह शासन में ही रुक गया था. शासन ने इस पर फिर एक जांच बैठा दी. इसमें सत्येंद्र सिंह के जवाब और बिना स्वीकृत के कराए गए कामों की जांच होनी है. पूर्व वीसी सतेंद्र सिंह ने जवाब में लिखा है कि विद्युत यांत्रिक से संबंधित काम स्वीकृत डीपीआर से अतिरिक्त कराने का जो आरोप है उसमें शासन के अधिकारियों की भी सहमति रही है. पूर्व वीसी सतेंद्र सिंह ने अपने जवाब में लिखा है कि तत्कालीन सचिव आवास हर सप्ताह इसकी समीक्षा करते थे. मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी भी समीक्षा करती थी. मुख्यमंत्री के सलाहकार भी इसमें शामिल रहते थे. खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री इसका निरीक्षण करते थे.