हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में महाकुंभ पर्व चल रहा है. ऐसे में आम हो या खास हर कोई कुंभ में स्नान और संतों के समागम का लाभ उठाने हरिद्वार जाना चाहता है. रविवार को हरिद्वार में दो बड़े वीवीआईपी का दौरा रहा. जहां एक तरफ नेपाल के अंतिम नरेश ज्ञानेंद्र हरिद्वार पहुंचे तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात की.
हरिद्वार पहुंचे अखिलेश यादव गौर हो कि साल 2015 में जब उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार थी. तब जगद्गुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेशवरानंद और उनके बटुकों पर लाठीचार्ज हुआ था. जिसके बाद अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा था कि अखिलेश को इस घटना का अंजाम भुगतना पड़ेगा. साल 2015 की उस घटना के बाद यह पहला मौका है, जब अखिलेश यादव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मिलने पहुंचे हों.
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वहीं, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उन्हें मिलने का समय दिया. आज उनसे मिलकर लगा कि उनसे बार-बार मिलना चाहिए. साथ ही कहा कि कुंभ का पर्व शिकायतें व्यक्त करने का नहीं होता, बल्कि संतों से आर्शीवाद लेने का होता है. कुंभ में आने वाला कोई भी श्रद्धालु मेले की व्यवस्थाओं के बारे में शिकायत नहीं करेगा. वह तो मात्र तीर्थ का आनंद लेगा और गंगा स्नान करेगा.
बता दें कि समाजवादी पार्टी प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है. इसी क्रम में 25 अप्रैल को रुद्रपुर में पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होने जा रही है. जिसमें कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ आगामी चुनाव की रणनीति तय की जाएगी.