लखनऊःराजधानी के विभूति खंड के कठौता चौराहे पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है. इसी कड़ी में गैंगवार में घायल शूटर का इलाज कराने वाले विपुल की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है. वहीं विपुल के व्हाट्सएप नंबर पर पूर्व सांसद से 70 बार चैट भी हुई हैं. वहीं इस पूरे मामले में पूर्व सांसद ने आरोपी शूटर की मदद की है.
तीन शूटर पहुंचे मुंबई
पिछले सप्ताह बुधवार को विभूति खंड के कठौता चौराहे पर गैंगवार के दौरान मऊ के गोहाना मोहम्मदाबाद के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना की जांच में कमिश्नरेट पुलिस की पांच टीमें लगी हुई थीं. घटना को चार शूटरों की मदद से अंजाम दिया गया. पुलिस ने गिरधारी विश्वकर्मा नाम के शूटर को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. जबकि तीन शूटर उज्जैन के रास्ते मुंबई पहुंच गए हैं.
हत्यारों को पूर्व सांसद ने पहुंचाई मदद
पुलिस ने बताया कि इन शूटरों को मदद पहुंचाने में एक पूर्व सांसद का नाम सामने आ रहा है. घटना के दौरान एक शूटर को पेट में गोली लगी थी और गोली लगने के बाद उसे पूर्व सांसद के कहने पर केजीएमयू के एक डॉक्टर ने उसका इलाज किया था. हालत नहीं सुधरी तो सुलतानपुर के डॉक्टर एके सिंह ने इलाज किया. पुलिस को जानकारी मिलने के पहले ही घायल शूटर को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया.
सांसद का खास है विपुल
इस मामले में पुलिस को विपुल नाम के पूर्व सांसद के खास का पता चला है. इन सभी हमलावरों को मदद देने में विपुल ने मुख्य भूमिका निभाई है. विपुल की नंबर पर व्हाट्सएप के जरिए पूर्व सांसद से 70 बार चैट के माध्यम से बातें हुई है. अब पुलिस फरार विपुल की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है. हालांकि पुलिस अभी पूर्व सांसद का नाम नहीं खोल रही है.
गिरधारी की गिरफ्तारी पर उठे सवाल
एक लाख के इनामी गिरधारी विश्वकर्मा अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य शूटर था. पुलिस की लगातार दबिश और पहरेदारी के चलते गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि गिरधारी ने खुद को गिरफ्तार करवाया है. गिरधारी के साथ एक नौ एमएम की पिस्टल भी बरामद हुई है.