लखनऊ: दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट (supreme court ) के बाहर रेप पीड़िता (rape victim) द्वारा खुदकुशी (suicide) करने के प्रयास के मामले में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर मंगलवार को जांच कमेटी के समक्ष पेश हुए. जांच कमेटी ने नोटिस देकर अमिताभ ठाकुर को पूछताछ के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड दफ्तर बुलाया था. मुख्यमंत्री (CM) के आदेश पर मामले की जांच आईपीएस नीरा रावत (IPS Neera Rawat) और आरके विश्वकर्मा ने करीब एक घंटे तक पूछताछ की.
इस दौरान जांच कमेटी ने पूर्व IPS से कई सवाल करते हुए अपना पक्ष रखने को कहा. अमिताभ ठाकुर ने बताया कि सवालों की लिस्ट और मामले से जुड़े वीडियो-ऑडियो क्लिप ले लिए हैं. इनका अध्ययन करने के बाद जल्द ही अपना जवाब कमेटी को सौंप देंगे. अमिताभ ठाकुर का कहना है कि उन्होंने आरोप से जुड़े सभी तथ्यों की प्रतियां पहले ही मांगी थी, लेकिन अधिकारियों ने उपलब्ध नहीं कराया. इसी बीच उन्हें नजरबंद कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि पहले पीड़िता ही उनके पास मदद मांगने आई थी. इसके बाद आरोपी पक्ष भी उनके पास आया तो पीड़िता ने झूठा आरोप लगाना शुरू कर दिया.
बता दें कि, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के बाहर रेप पीड़िता और उसके एक साथी ने खुदकुशी करने की कोशिश की थी. इस दौरान दोनों ने फेसबुक पर लाइव वीडियो में बसपा सांसद अतुल राय (BSP MP Atul Rai) पर रेप करने और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर सांसद के इशारे पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. इस पर जांच कमेटी ने उन्हें 21 अगस्त को तलब कर लखनऊ से बाहर जाने पर रोक लगाते हुए हाउस अरेस्ट कर लिया था. पूर्व आईपीएस 60 घंटे तक घर पर हाउस अरेस्ट रहे. जांच कमेटी का तर्क था कि इससे पहले इन्हें लखनऊ से बाहर जाने से रोका गया था. खासकर उस रीजन में जो आरोपी, पीड़िता या घटनास्थल से जुड़ा हुआ हो. बावजूद इसके इन्होंने प्रतिबंध का उल्लंघन किया है.