लखनऊ: भारतेन्दु नाट्य अकादमी एल्युमनी एसोसिएशन नाट्य कार्यशालाओं का आयोजन करेगी. गुरुवार को भारतेन्दु नाट्य अकादमी परिसर में हुई पत्रकारवार्ता में यह जानकारी दी गई. एसोसिएशन ने अपनी मांगें भी रखी हैं.
भारतेन्दु नाट्य अकादमी एल्युमनी एसोसिएशन का गठन - रंगमंच की कार्यशाला कराएगी भारतेन्दु नाट्य अकादमी एल्युमनी एसोसिएशन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतेन्दु नाट्य अकादमी एल्युमनी एसोसिएशन का गठन किया गया. यह एसोसिएशन नाट्य कार्यशालाओं का आयोजन करेगी.
भूतपूर्व छात्रों ने बनाया संगठन
संस्था के सचिव विभांशु वैभव ने बताया कि अकादमी के गठन के 46 साल बाद भूतपूर्व छात्रों का संगठन, भारतेन्दु नाट्य अकादमी एल्युमनी एसोसिएशन के रूप में बनाया गया है. इसके जरिए न केवल अकादमी के उत्थान के लिए प्रयास किया जा रहा है, बल्कि यहां से निकले छात्र-छात्राओं के लिए भी बेहतर अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे.
संगठन की मांगें
संगठन की मांग है कि अकादमी के सभी भूतपूर्व छात्रों का (जो इस संगठन के सदस्य हैं) स्वास्थ्य बीमा करवाया जाए.
अकादमी के द्विवर्षींय डिप्लोमा को किसी विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री की मान्यता दिलवाई जाए. अकादमी की एक्जीक्यूटिव कमेटी, अकादमी काउंसिल में भूतपूर्व बीएनए छात्र का प्रतिनिधित्व दिया जाए. स्थायी प्रशिक्षकों की तत्काल प्रभाव से भर्ती की जाए. प्रशिक्षकों की संख्या अकादमी की ओर से 4 सुनिश्चित है. इसमें दो स्टेज क्राफ्ट, एक इंडियन ड्रामा, एक एक्टिंग टीचर. रिक्त पड़े चारों अध्यापकों के पदों पर यथा शीघ्र नियुक्ति की जाए. रंगमंडल तत्काल प्रारंभ किया जाए और उसका बजट बढ़ाया जाए. रंगमंडल प्रमुख के पद को नियमित किया जाए. उसका वेतन मान सहायक निदेशक के समकक्ष किया जाए. रंगमंडल कलाकारों का वेतनमान संतोषजनक किया जाए. प्रस्तुति प्रबंधक और प्रस्तुति सहायक की नियुक्ति की जाए. इस पद पर भी बीएनए पास आउट को ही अवसर दिया जाए. अन्य तकनीकी और प्रशासनिक भर्तियों में भी बीएनए के भूतपूर्व छात्रों को वरीयता दी जाए. भविष्य में निदेशक के पद पर रंगमंच का अनुभवी और बीएनए पासआउट या एनएसडी पासआउट की ही नियुक्त सुनिश्चित की जाए. वेस्टर्न उत्तर प्रदेश में भारतेन्दु नाट्य अकादमी की एक शाखा खोली जाए.
स्व. मृगांका शर्मा पुरस्कार पुनः शुरू हो
स्वर्गीय मृगांक शर्मा के नाम से विशिष्ट छात्र पुरस्कार दिया जाता था. यह कई वर्षों से रोक दिया गया है. उसे पुनः प्रारंभ किया जाए. अकादमी में प्रवेश पाने वाले छात्रों की छात्रवृत्ति बढ़ाई जाए. अन्य पुरस्कार योजना पर विचार हो.
संगठन करेगा बाल रंगमंच कार्यशाला
एसोसिएशन की आगामी योजनाएं हैं कि हर साल ग्रीष्मकालीन छुट्टियों में पूरे शहर में स्थानीय विद्यालयों के सहयोग से बाल रंगमंच शिविर हों. हर साल नवंबर-दिसंबर महीने में नाट्य लेखन कार्यशाला का आयोजन प्रदेश स्तर पर करवाया जाए. फिल्म समीक्षा पाठ्यक्रम का 3 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जाए. रंगमंच और कला साहित्य पर सेमिनार का आयोजन किया जाए. जरूरतमंद वरिष्ठ कलाकारों की मदद की जाए.