लखनऊःमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है. प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर, आईसीयू और एचडीयू बेड की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है. यही नहीं, 30 चिकित्सालयों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट की स्थापना भी कराई जा रही है.
अस्पतालों में 4000 से अधिक वेंटिलेटर की सुविधा
प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए एल-2 और एल-3 स्तर के चिकित्सालयों को प्रयोग में लाया गया है. 11 अप्रैल तक प्रदेश में सात हजार से अधिक आईसीयू और एचडीयू बेड उपलब्ध थे. सीएम योगी के निर्देश के बाद दो दिन में प्रदेश में पांच हजार से ज्यादा बेड अस्पतालों में बढ़ाए गए हैं. इतना ही नहीं, अस्पतालों में 4000 से अधिक वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है, जिसे लगातार तेजी से बढ़ाया जा रहा है. म्युनिसिपल वार्ड और ग्राम पंचायतों में मोहल्ला निगरानी समिति और ग्राम निगरानी समितियों का भी गठन किया गया है.
प्रदेश में रोजाना हो रही है दो लाख जांच
प्रदेश में पिछले साल मार्च में कोरोना की जांच के लिए मात्र एक प्रयोगशाला थी, जो अब बढ़कर 125 सरकारी और 104 निजी प्रयोगशालाओं में आरटीपीसीआर और ट्रूनेट मशीनों के माध्यम से जांच की जा रही है. प्रदेश में कोरोना की जांच 229 लैबों में हो रही है और अब इसे भी बढ़ाया जा रहा है. प्रदेश में रोजाना करीब दो लाख टेस्ट हो रहे हैं.
हर जिले में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर से हो रही निगरानी
प्रदेश में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट पर भी स्क्रीनिंग के लिए एंटीजन किट का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके साथ ही फोकस्ड सैंपलिंग भी कई स्थानों पर कराई जा रही है. योगी सरकार ने कोविड संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम को प्रभावी बनाने और जागरुकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए हैं. सरकार ने कोविड के मद्देनजर हर जिले में आईसीसीसी (इंट्रीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर) की स्थापना की है. कोविड जांच केंद्रों की भौगोलिक स्थित जानने के लिए 'मेरा कोविड केंद्र' नाम से एक एप्लीकेशन भी फोन पर उपलब्ध कराया गया है.