रायपुर: लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों के कई श्रमिक छत्तीसगढ़ में फंसे हुए हैं. प्रदेश के कई जिलों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को ट्रेन से उत्तर प्रदेश रवाना किया गया. रायपुर रेलवे स्टेशन से शुक्रवार को पहली विशेष श्रमिक ट्रेन उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर रायपुर जिला प्रशासन ने इन श्रमिकों के स्वास्थ्य जांच के अलावा रेलवे स्टेशन पर नाश्ता सहित रास्ते के लिए भोजन और पानी की पर्याप्त व्यवस्था की.
छत्तीसगढ़ से यूपी के लिए पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना. कलेक्टर-सीईओ रहे मौजूद
कलेक्टर सौरभ कुमार, जिला पंचायत के सीईओ गौरव कुमार सिंह, रेलवे डीसीएम तन्मय मुखोपाध्याय सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारी रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे. रायपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई यह श्रमिक ट्रेन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, फतेहपुर, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, बाराबंकी, गोण्डा, बस्ती स्टेशन जाएगी.
बनाए गए थे 50 हेल्थ चेकअप सेंटर
जिला पंचायत सीईओ गौरव कुमार सिंह ने श्रमिकों की व्यवस्थित यात्रा के लिए जिला पंचायत के अधिकारियों के साथ कमान संभाली और व्यवस्था में लगे अधिकारियों को दिशा-निर्देश देकर सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की. इन श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच के लिए जिला प्रशासन की ओर से 50 हेल्थ चेकअप सेंटर बनाए गए थे, जिसमें छोटे बच्चों सहित सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया.
छत्तीसगढ़ से यूपी के लिए पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना रास्ते के लिए भोजन की व्यवस्था
रायपुर जिला प्रशासन ने सभी श्रमिकों को फेस शील्ड, मास्क देकर रास्ते में निश्चित दूरी बनाकर बैठने की समझाइश दी. सभी यात्रियों को रास्ते में खाने के लिए भोजन, बिस्किट, छाछ और फल दिया गया.
'जुग-जुग जिये छत्तीसगढ़'
व्यवस्था से अभिभूत यात्रियों ने छत्तीसगढ़ सरकार और रायपुर जिला प्रशासन के प्रति अपना आभार व्यक्त किया. ट्रेन रवाना होते समय सभी यात्रियों ने व्यवस्था में लगे कोरोना योद्धाओं का अभिवादन किया और 'जुग-जुग जिये छत्तीसगढ़' के नारे लगाकर रायपुर से विदाई ली.