लखनऊ : नगर निगम के नवनिर्वाचित सदन की पहली बैठक से पहले महापौर व भाजपा पार्षद के बीच विवाद हो गया. महापौर सुषमा खर्कवाल ने शांतिपूर्ण सदन चलाने के लिए भाजपा पार्षदों की आज देर शाम बैठक बुलाई थी. महानगर के कल्याण मंडप में बैठक में लगभग 30-40 पार्षद मौजूद थे. बैठक शुरू ही हुई थी कि महापौर सुषमा खर्कवाल और भाजपा पार्षद अनुराग मिश्रा अन्नू के बीच विवाद हो गया. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक नोकझोंक होती रही. हुआ यह कि महापौर ने सदन में अलग-अलग पार्षदों को मुद्दे रखे जाने की बात की. उन्होंने कहा कि नए व पुराने सभी पार्षदों को बोलने का मौका मिलेगा, चाहे दो दिन सदन क्यों न चले. सफाई, मार्ग प्रकाश व सीवर समस्या के मुद्दे रखने को लेकर पार्षदों को तय कर दिया गया. कहा कि जब नए पार्षद अपनी बात रख रहे हों तो पुराने पार्षद शांत बैठें.
अन्नू मिश्रा ने कहा कि 'वार्ड की जनता के लिए किसी भी हद तक जाकर विरोध करेंगे. बोले, सफाई, बिजली, पानी, सीवर सफाई ध्वस्त व्यवस्था हो चुकी है. जनता सड़क पर उतरने को तैयार है. अन्नू मिश्रा की बात पर महापौर ने नाराजगी जाहिर की. कहा मैं महापौर हूं और आप पार्षद, इसलिए इस तरह से व्यवहार करना ठीक नहीं है. मर्यादित तरीके से अपनी बात रखें. हंगामे के बाद महापौर बैठक बीच में ही छोड़ कर जाने लगीं. इस पर दूसरे पार्षदों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया. इसके बाद अन्नू मिश्रा ने कहा कि मेरी किसी बात से आपको आहत पहुंचा तो उसके लिए माफी. इसके बाद दोबारा बैठक शुरू हुई. सूत्रों के मुताबिक, असल में महापौर चाह रही थीं की कल होने वाली सदन की बैठक में भाजपा पार्षद मौन रहें, किसी भी प्रस्ताव को लेकर विवाद न करें.