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लोहिया संस्थान में दो अलग ब्लड ग्रुप का पहला किडनी ट्रांसप्लांट सफल

लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने किडनी ट्रांसप्लांट में नया मुकाम हासिल करते हए अलग-अलग ब्लड ग्रुप के गुर्दा प्रत्यारोपण में सफलता हासिल की है. डॉ. अभिलाष चंद्रा के मुताबिक सितंबर में पहला अलग-अलग ब्लड ग्रुप का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया और यह सफल रहा. अब मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है.

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Published : Oct 21, 2021, 8:53 AM IST

लोहिया संस्थान.
लोहिया संस्थान.

लखनऊ:लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने किडनी ट्रांसप्लांट में नया मुकाम हासिल किया है. इसमें अलग-अलग ब्लड ग्रुप के गुर्दा प्रत्यारोपण में सफलता हासिल की है. लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में लखीमपुर निवासी 26 वर्षीय युवक दिखाने आया. जहां नेफ्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. अभिलाष चंद्रा ने मरीज की जांच की और किडनी फेल्योर होने पर ट्रांसप्लांट का सुझाव दिया. ऐसे में डोनर की भी स्क्रीनिंग की गई और मरीज की 46 वर्षीय मां ने किडनी देने का फैसला किया, लेकिन ब्लड ग्रुप दोनों के अलग-अलग थे. मरीज का ब्लड ग्रुप जहां 'बी' था. वहीं डोनर का ब्लड ग्रुप 'एबी' था. ऐसे में नेफ्रोलॉजिस्ट, यूरोलॉजी, एनेस्थीसिया विभाग की टीम ने मिलकर ट्रांसप्लांट की योजना बनाई.

डॉ. अभिलाष चंद्रा के मुताबिक सितंबर में पहला अलग-अलग ब्लड ग्रुप का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. यह सफल रहा. अब मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है. अभी तक एसजीपीआई में अलग-अलग ब्लड ग्रुप का किडनी ट्रांसप्लांट मुमकिन था.

ट्रांसप्लांट में क्या है अंतर ?

डॉ. अभिलाष चंद्रा के मुताबिक समान ब्लड ग्रुप के मरीज-डोनर में प्रत्यारोपण और उसकी रिकवरी तेज होती है. यह मरीज 2 दिन पहले भर्ती होते हैं व 10 दिन में डिस्चार्ज कर दिए जाते हैं. अलग-अलग ब्लड ग्रुप के मरीज व डोनर में प्रोसीजर व मॉनिटरिंग लंबी चलती है. इसमें मरीज को 2 हफ्ते पहले भर्ती करते हैं. उसकी एंटीबॉडी निकाली जाती हैं. इम्युनोग्लोबिन समेत तमाम दवाएं दी जाती हैं, ताकि मरीज का शरीर किडनी को एसेप्ट (Accept) कर लें.

ट्रांसप्लान्ट टीम में यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. ईश्वर राम धयाल, डॉ. आलोक कुमार, डॉ. सुजीत कुमार, नेफ्रोलॉजी की डॉ. नम्रता, एनएसथीसिया के विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक मालवीय, डॉ. सुजीत और डॉ. मनोज गिरी शामिल रहे. निदेशक डॉक्टर सोनिया नित्यानंद ने किडनी के सफल प्रत्यारोपण के लिए डॉक्टरों की टीम का हौसला बढ़ाया. बता दें, लोहिया में अब तक कुल 102 ट्रांसप्लांट हो चुके हैं.

मंत्री आज करेंगे लोकार्पण-शिलान्यास

लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना व राज्य मंत्री संदीप सिंह मौजूद रहेंगे. शाम को 5 बजे वह न्यू पंजीकरण हाल का लोकार्पण करेंगे. वहीं एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर का शिलान्यास करेंगे. इसको लेकर अस्पताल में तैयारी पूरी कर ली गई है.

केजीएमयू में स्टेट रिसोर्स सेंटर का उद्घाटन

केजीएमयू में बुधवार को स्टेट रिसोर्स सेंटर का उद्घाटन कुलपति डॉ. विपिन पुरी ने किया. बाल रोग विभाग में बने इस सेंटर में डॉक्टर और नर्सों को प्रशिक्षित किया जाएगा. इसके लिए 2 सप्ताह की एफबीएनसी ऑब्जरवेशन ट्रेनिंग शुरू की गई है. इसमें नवजात के बेहतर इलाज की ट्रेनिंग दी जाएगी. राज्य के 69 जिलों में 86 एसएलसीयू हैं. यहां के डॉक्टर- स्टाफ को गंभीर शिशुओं के इलाज में दक्ष किया जाएगा.


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