लखनऊ: राजधानी की सरोजनीनगर पुलिस ने चकबंदी विभाग से बर्खास्त हुए कर्मचारी अशोक यादव के खिलाफ मंगलवार को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. आरोपी अशोक यादव पर प्लॉट का झांसा देकर 26 लाख रुपये हड़पने का शराफत अली नामक युवक ने आरोप लगाया है. पीड़ित ने बताया अशोक यादव ने एक जमीन का सौदा होने पर उससे अपने अकाउंट में रुपया लिया था, लेकिन उसके द्वारा रजिस्ट्री नहीं की गई है. रजिस्ट्री करने की बात कहने पर उसको धमकी दी जाती है. जिसके बाद ही पीड़ित युवक ने थाना पर शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया है. इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित ने शिकायती पत्र में लिखा है कि अशोक यादव चकबंदी विभाग में कार्यरत था. जिसे भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त किया गया था.
मिली जानकारी के मुताबिक, सरोजनीनगर के बागिया नम्बर-तीन में शराफत अली अपने परिवार के साथ निवास करता है. पीड़ित शराफत की मानें तो उसने 9 महीना पहले उसका अशोक यादव से एक प्लॉट का सौदा हुआ था. प्लॉट के सौदे को लेकर शराफत ने कई किस्तों में अशोक के खाते में 26 लाख रुपये जमा किए थे. प्लॉट की पूरी रकम देने के बाद शराफत ने रजिस्ट्री करने के लिए कहा, जिस पर अशोक टाल मटोल करने लगा. प्लॉट की रजिस्ट्री करने का दबाव बनाने पर आरोपी ने शराफत को धमकी दी.
सरोजनीनगर इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित के मुताबिक अशोक कुमार नामक व्यक्ति ने उसके साथ जमीन का सौदा करने को लेकर 26 लाख की ठगी की है. पीड़ित के शिकायती पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इंस्पेक्टर ने कहा पीड़ित ने शिकायती पत्र में लिखा है कि अशोक यादव चकबंदी विभाग में कार्यरत था. जिसे भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त किया गया था. उन्होंने कहा फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है.
चकबंदी विभाग के बर्खास्त कर्मचारी पर 26 लाख की ठगी का आरोप, मुकदमा दर्ज - ठगी का मामला
यूपी की राजधानी लखनऊ में ठगी के मामले कम नहीं हो रहे. ताजा मामला 26 लाख रुपये की ठगी का है. पीड़ित के मुताबिक, प्लाट का सौदा होने पर आरोपी ने अपने अकाउंट में 26 लाख रुपया जमा कराया था. पीड़ित का आरोप है कि पैसा लेने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं की गई.
26 लाख की ठगी का आरोप