लखनऊ: पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र कालिया, उसकी पत्नी तथा एक अन्य सहयोगी के खिलाफ एक कारोबारी ने ठेका दिलाने के नाम पर 11 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है. कारोबारी की तहरीर पर आशियाना पुलिस ने शुक्रवार देर शाम मुकदमा पंजीकृत कर लिया. सुरेंद्र कालिया पर आलमबाग थाने में झूठा मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था. फिलहाल सुरेंद्र कालिया फरार चल रहा है. पुलिस ने सुरेंद्र कालिया पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था.
लखनऊ: पूर्व जिला पंचायत सदस्य पर 11 लाख की ठगी का आरोप, FIR दर्ज
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व जिला पंचायत संदस्य सुरेंद्र कालिया और उसकी पत्नी समेत तीन लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है. एक कारोबारी ने उन पर ठेका दिलाने के नाम पर 11 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है. फिलहाल सुरेंद्र कालिया फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
राजधानी लखनऊ के राजाजीपुरम के सी-ब्लॉक का रहने वाले पंकज सक्सेना की हाई स्काई टेलीकॉम सर्विसेज नाम से फर्म है. फर्म के नाम पर वह रेलवे में मरम्मत का ठेका लेने का प्रयास कर रहा था. इसी बीच पंकज की मुलाकात साल 2019 में आशियाना के सेक्टर-K निवासी सुरेंद्र कालिया की पत्नी रीता से हुई थी. बाद में रीता ने उसकी पहचान सुरेंद्र कालिया और कैलाशपुरी निवासी सुमित सिंह से करायी थी. सुरेंद्र कालिया और सुमित ने टेंडर दिलाने के नाम पर पंकज सक्सेना से 11 लाख रुपये मांगे थे.
पंकज सक्सेना ने 9 लाख 80 हजार रुपये सुमित सिंह के खाते में ट्रांसफर किए थे और 1 लाख 20 हजार रुपये रीता को नगद दिए थे. राजधानी लखनऊ के आशियाना थाने में भी उसके ऊपर ठगी का मामला दर्ज किया गया. पुलिस दोनों की तलाश कर रही है.