लखनऊ :ग्रामीण इलाकों में पेयजल लाइन बिछा रही कंपनियों ने सड़क मरम्मत में जमकर कोताही की है. जल जीवन मिशन की हर घर योजना के तहत गांव-गांव में बिछाई जा रही पाइप लाइनों को डालने के बाद सड़कों की मरम्मत में लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई की गई. नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने समीक्षा बैठक में करीब आधा दर्जन कार्यदायी एजेंसियों पर करोड़ों का जुर्माना लगाया है.
समीक्षा बैठक में लिया गया निर्णय
गोमतीनगर के किसान बाजार स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यालय में समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है. इस दौरान जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव भी मौजूद रहे. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, पाइप डालने के बाद सड़क मरम्मत में कोताही पर जालौन और झांसी में काम कर रही बीजीसीसी कंपनी पर एक फीसदी जुर्माना लगाया गया. इसके अलावा वाराणसी और प्रयागराज में एलएनटी पर एक फीसदी जुर्माना ठोंका गया. वहीं मुज्जफरनगर और महाराजगंज में जेएमसी लक्ष्मी पर एक फीसदी का जुर्माना व बीएसए इंफ्रा पर भी जुर्माना लगाया गया है.
जल निगम (ग्रामीण) के एमडी को सौंपी कमान
समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने सड़क मरम्मत पर लापरवाह एजेंसियों और अफसरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए इसकी कमान जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह को सौंपी है. बैठक में 75 जिलों के अधिशासी अभियंता, बुंदेलखंड-विंध्य के एडीएम नमामि गंगे और आला अधिकारी मौजूद रहे. कार्यों की निगरानी के लिए तैनात टीपीआई एजेंसी सेंसिस के दो अधिकािरियों के खिलाफ प्रमुख सचिव ने तत्काल कार्रवाई कर सूचित करने के निर्देश दिये हैं.