लखनऊःराजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर स्थित कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल में 11वीं कक्षा के छात्र का शव मिलने पर हड़कंप मच गया था. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद स्कूल पहुंचे छात्र के शव को विद्यालय के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं द्वारा श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद मृत छात्र का शव लेकर उसके माता-पिता शव अपने गृह जनपद उरई के लिए रवाना हो गए. पिता ने इस मामले में लापरवाही का आरोप लगाया है. इस मामले में मंडलायुक्त रोशन जैकब और अपर मुख्य सचिव स्कूली शिक्षा ने स्कूल का दौरा कर जांच के निर्देश दिये हैं.
सैनिक स्कूल के स्विमिंग पूल में मिला छात्र का शव
बता दें कि शुक्रवार की देर शाम कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल की 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ओम गुदौलिया (17) का शव संदिग्ध हालात में स्विमिंग पूल में पाया गया था. छात्र का शव मिलने पर स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया. इस मामले में स्कूल प्रशासन द्वारा बताया गया कि छात्र ओम गुदौलिया अपने दोस्तों के साथ पूल में देर रात नहाने गया था. नहाने के बाद सभी छात्र हॉस्टल लौट आए थे. स्कूल में सोने से पहले हॉस्टल में बच्चों की गिनती हुई तो ओम लापता पाया गया था. इसके बाद उसकी खोजबीन शुरू हुई. गेट का रजिस्टर जांचने के बाद परिसर में खोजबीन के दौरान छात्र ओम गुदौलिया स्वीमिंग पूल में पड़ा मिला. स्कूल प्रशासन द्वारा आनन-फानन छात्र को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया.
नहाने नहीं तैराकी सीखने गये थे छात्र
सैनिक स्कूल के जिस स्वीमिंग पूल में छात्र ओम का शव पाया गया था, उसकी गहराई 22 फिट है. स्कूल के सूत्रों की मानें तो शाम 4 बजे से 5 बजे तक छात्रों को तैराकी सिखाई जाती है. इस दौरान 2 कोच भी तैनात रहते हैं. अगर इस दौरान ओम डूब रहा था तो क्या किसी बच्चे या कोच की नजर उसके ऊपर नहीं पड़ी. यही नहीं इसके बाद 5 से 6 बजे तक छात्राएं भी इसी स्वीमिंग पूल में तैराकी सीखने आती हैं. इन छात्राओं के साथ भी 2 कोच मौजूद रहते हैं.
शव देखकर गश खाकर गिरे पिता
उरई निवासी ओम गुदौलिया के पिता केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में मौजूदा समय में रामनगरी अयोध्या में तैनात हैं. स्कूल प्रशासन द्वारा रात तकरीबन 9 बजे उन्हें ओम के मौत की खबर की सूचना दी गई. इस पर वह कंपनी कमांडर के साथ सैनिक स्कूल पहुंच गए. जहां इकलौते बेटे का शव देखकर गश खाकर गिर गये. उन्होंने बताया कि उनका बेटा ओम कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल में 6 साल से पढ़ रहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही के चलते उनके बेटे की जान चली गई है.