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बढ़ी बिजली दरों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, सड़कों पर उतरे किसान

प्रदेश सरकार ने बिजली की दरों में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. बिजली की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर सोमवार को कई जिलों में किसानों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इसमें लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, फतेहपुर और सहारनपुर शामिल हैं.

बिजली की बढ़ोतरी को लेकर किसानों ने किया धरना प्रदर्शन

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Published : Sep 9, 2019, 10:04 PM IST

लखनऊ: प्रदेश सरकार के बिजली कीमतों में बढ़ोतरी से हर तरफ किसान नाखुश हैं. इसी कड़ी में प्रदेश के कई इलाकों में सोमवार को किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया. कानपुर में सपा विधायक ने कार्यकर्ताओं संग बापू की प्रतिमा पर हाथों से पंखा डुलाकर विरोध जाहिर किया.

बाराबंकी में आक्रोशित किसानों ने तहसील पहुंचकर एसडीएम का घेराव किया. फतेहपुर में गुस्साए किसानों ने तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो हम इससे भी बड़े प्रदर्शन करेंगे.


सहारनपुर में किसानों ने हाइवे पर जाम लगाकर तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया. वहीं राजधानी के तहसील मोहनलालगंज में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और विधानसभा के घेराव की चेतावनी दी.

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कानपुर जिले में सपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
प्रदेश सरकार के बिजली के बढ़ाई गई कीमतों को लेकर समाजवादी पार्टी अब विरोध प्रदर्शन कर इसे मुद्दा बनाने में जुट गई है. सोमवार को कानपुर में 'सरकार है अंधी, व्यापार में मंदी, महंगी बिजली बात है गंदी' के नारों के साथ सपा विधायक ने विरोध प्रदर्शन किया.

आक्रोशित किसानों ने किया धरना प्रदर्शन.
सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने अपने कार्यकर्ताओ संग गांधी प्रतिमा पर नये ढंग से प्रदर्शन किया. सपा विधायक ने कार्यकर्ताओं के साथ हाथो में पंखा लेकर गांधी प्रतिमा पर धरना दिया और पंखा डुलाते हुए नारेबाजी करते रहे.

बाराबंकी में किसानों ने एसडीएम का किया घेराव
आक्रोशित किसानों ने नारेबाजी करते हुये गन्ना संस्थान परिसर से जुलूस निकाला और नवाबगंज एसडीएम का घेराव कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि एक ओर सरकार किसानों की आय बढ़ाने की बात कर रही है और दूसरी तरफ बिजली की नई दरें लागू कर हम पर अनावश्यक बोझ बढ़ा रही है.

आक्रोशित किसानों ने किया धरना प्रदर्शन.
इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित करते हुये एसडीएम को अपना ज्ञापन सौंपा. किसानों की मांग है कि जिस तरह पंजाब और हरियाणा में किसानों के लिए बिजली दरें सस्ती हैं उसी तरह उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाये.

फतेहपुर में किसानों सौंपा ज्ञापन
बिजली की बढ़ी दरों को लेकर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने सदर तहसील पर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि सरकार ने बिजली की बिल को 12 प्रतिशत बढ़ा दिया है.

आक्रोशित किसानों ने किया धरना प्रदर्शन.
फसलों के उचित मूल्य न मिलने पर और सस्ते खाद और बीज न मिलने पर हम पहले ही परेशान हैं. हम किसी तरह खेती कर जी रहे हैं. ऐसे में सरकार बिजली का बिल हमारे ऊपर थोप रही है.

सहारनपुर में भाकियू के कार्यकर्ताओं ने तहसील पर किया धरना प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता शाकंभरी तिराहे पर इकट्ठा हुए और यहां से जिलाध्यक्ष चौधरी चरण सिंह की अगुवाई में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील पहुंचकर धरना दिया. कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के माध्यम से सीएम को 13 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.

आक्रोशित किसानों ने किया धरना प्रदर्शन.
चौधरी चरण सिंह ने कहा कि प्रत्येक किसान परिवार की आमदनी लगभग 4 हजार रुपये प्रतिमाह है और प्रदेश सरकार का बिजली बिल में वृद्धि करना किसानों का उत्पीड़न है.जिला प्रवक्ता मास्टर रघुवीर सिंह और जिला उपाध्यक्ष राजबीर कम्बोज ने कहा कि प्रदेश में पिछले 2 साल में बिजली के मूल्य में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है और यह वृद्धि दोगुने से भी अधिक है. पिछले 2 वर्षों में किसानों की गन्ना और अन्य दूसरी फसलों के दाम उस अनुपात में नहीं बढ़े है जिस अनुपात में किसानों की उत्पादन लागत बढ़ी है.

लखनऊ में किसानों ने विधानसभा घेराव की दी चेतावनी
मोहनलालगंज तहसील में भारतीय किसान यूनियन के तमाम कार्यकर्ताओं और किसानों ने बिजली दरों के बढ़ने के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. किसान यूनियन का कहना है कि किसान पहले ही बहुत परेशान है. अब सरकार ने बिजली की दरों को बढ़ाकर और परेशान किया जा रहा है.

आक्रोशित किसानों ने किया धरना प्रदर्शन.
वहीं किसान यूनियन ने सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि अगर सरकार बढ़ाई गई बिजली की दरों को वापस नहीं लेती है तो हमारा संघ दिल्ली और लखनऊ जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगा और विधानसभा का भी घेराव करेगा. फिर चाहे उसके लिये लाठी-डंडे क्यों ही न खाने पड़ें, हम उसके लिये भी तैयार हैं.

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