लखनऊ: मलिहाबाद वैसे तो आम के फल के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां गेहूं और चावल की खेती भी बड़े स्तर पर होती है. किसानों की गेहूं की फसल खेतों में पककर बिल्कुल तैयार खड़ी है. वहीं लॉकडाउन होने के कारण गेहूं कटाई की मशीन और मजदूर उपलब्ध ना होने के कारण किसानों की चिंताएं निरंतर बढ़ती जा रही हैं.
खेतों में गेहूं की फसल पककर तैयार, किसानों की कैसे होगी नैया पार - ockdown in uttar pradesh
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में किसानों की गेहूं की फसल पककर बिल्कुल तैयार है. लॉकडाउन के कारण किसान अपनी फसल को व्यवस्थित नहीं कर पा रहा है, जिससे किसानों के मन में भय व्याप्त है.
जानवरों की खाने के लिए भूसा और जल्दी से जल्दी अपना अनाज सुरक्षित करने के लिए किसान आतुर हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है. क्षेत्रीय किसानों में अपनी तैयार फसल को लेकर तरह-तरह के संशय बरकरार हैं, लेकिन अभी तक इन समस्याओं का कोई भी निदान नहीं हो सका है.
किसानों के अनुसार अगर सरकार ने गेहूं कटाई की मशीन आने के लिए परमिशन जारी कर दिया तब भी घरों में मौजूद लोग बाहर निकलने से कतरा रहे हैं. इस संकट की घड़ी में फसल कैसे उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचेगी यह किसानों को भी नहीं पता है.