लखनऊः नए कृषि कानून के खिलाफ किसान पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में किसानों ने आगामी 23 जनवरी को देश के सभी राजभवन को घेरने का ऐलान किया है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के उपाध्यक्ष राजेश चौहान ने बताया कि 52 दिन से किसान आंदोलन करने को मजबूर हैं और बिल को वापस लेने की मांग की जा रही है. उपाध्यक्ष राजेश चौहान का कहना है कि किसानों की मांग है कि एमएसपी पर कानून बने.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान करेंगे राजभवन घेराव, किसान नेता बोले- हम सब एक साथ
कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर के किसान 23 जनवरी को प्रदेश के सभी राजभवनों का घेराव करने जा रहे हैं. इसी कड़ी में लखनऊ में भी किसान राजभवन के सामने किसान प्रदर्शनकर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे.
किसानों के 40 संगठन एक साथ
भारतीय किसान यूनियन के उपाध्यक्ष राजेश चौहान का कहना है कि आगामी 23 जनवरी को देश के सभी राजभवन पर किसान प्रदर्शन कर राज्यपाल के माध्यम से कृषि कानून वापस लेने की मांग करेंगे. इस कार्यक्रम के तहत देश के सभी राजभवनों का घेराव किया जाएगा. इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. उपाध्यक्ष राजेश चौहान का कहना है कि किसानों के लिए काम करने वाले सभी संगठनों से बात हो गई है. सभी किसानों की इस लड़ाई में एक साथ हैं.
राष्ट्रपति के नाम सौंपेंगे ज्ञापन
कृषि कानूनों के विरोध में लगातार देश के कई राज्यों में किसानों का प्रदर्शन जारी है. दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 52 दिनों से किसान इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में आगामी 23 जनवरी को किसान देश के सभी राजभवन का घेराव कर राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे.