लखनऊ:जाली नोट सप्लाई के करने के आरोप में एनआईए/एटीएस की विशेष अदालत ने अभियुक्त मो. मुराद आलम, तौसीफ आलम उर्फ बुलो व शरीफुल इस्लाम को पांच-पांच वर्ष के कठोर कारावास की सजा (Fake notes suppliers gets 5 years imprisonment) सुनाई है. विशेष जज दिनेश कुमार मिश्रा ने आरोपियों पर अलग-अलग 20-20 हजार रुपये का जुर्माना (court convicts suppliers of fake currency) भी लगाया है.
विशेष वकील एमके सिंह के मुताबिक 11 दिसंबर, 2019 को एटीएस ने गाजियाबाद से अभियुक्त मुराद अली को गिरफ्तार किया था. इसके पास से दो लाख 49 हजार 500 का जाली भारतीय नोट बरामद हुआ था. इसके बाद विवेचना एनआईए को सौंप दी गई. चार फरवरी, 2020 को एनआईए ने इस मामले (Fake currency suppliers sentenced) को दर्ज कर अपनी जांच शुरु की. विवेचना के दौरान इस मामले में अभियुक्त तौसीफ आलम व शरीफूल इस्लाम का नाम भी सामने आया. विचारण के दौरान अभियुक्तों ने अपना गुनाह कबूल कर कम से कम सजा (Fake notes suppliers sentenced) देने की मांग की थी.