लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस में जल्द ही 'अपनों' की वापसी होगी. अनुशासनहीनता के चलते जिन पुराने नेताओं को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाया था, उन नेताओं को पार्टी एक बार फिर से अपने साथ लाने की तैयारी में है. इन्हें खुश करने के लिए पार्टी संगठन में उचित स्थान भी देगी. पार्टी को उम्मीद है कि इनके एक बार फिर साथ जुड़ जाने से भविष्य में कांग्रेस के अच्छे दिन आएंगे. पार्टी का मुख्य फोकस अनुभवी और बुजुर्ग नेता हैं, जिन्हें वापस लाकर अपनी खोई हुई सियासी जमीन को फिर से पाने की सफल रणनीति बना सके.
प्रदेश में पार्टी के आएंगे अच्छे दिन, कांग्रेस में होगी 'अपनों' की वापसी - कांग्रेसी नेता सत्यदेव त्रिपाठी
उत्तर प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने अनुशासनहीनता के चलते जिन पुराने नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था, उन नेताओं को पार्टी एक बार फिर से साथ लाने की तैयारी में है. इस तैयारी में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान के बाद ज्यादा सक्रिय हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी में एक बार फिर से बाहर किए गए नेताओं को तरजीह दी जाएगी.
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इन प्रमुख नेताओं की होगी पार्टी में वापसी
कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किए गए जिन नेताओं के एक बार फिर से पार्टी में वापसी के रास्ते खुल गए हैं, उनमें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व सांसद विनोद चौधरी, पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्रा, नेकचंद्र पांडेय और संजीव सिंह समेत कुल 11 नेता शामिल हैं.
सिराज मेहंदी की नहीं होगी वापसी
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक पूर्व एमएलसी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे सिराज मेहंदी को पार्टी फिर से वापस नहीं लेगी. क्योंकि उन्होंने ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में अन्य नेताओं को संलिप्त किया था, इसलिए पार्टी उन्हें उनके इस कृत्य के लिए माफ नहीं करेगी.
हो सकती है राष्ट्रीय सचिव की छुट्टी
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिवों में से एक राष्ट्रीय सचिव की जल्द ही उत्तर प्रदेश से छुट्टी हो सकती है. सूत्र बताते हैं कि धीरज गुर्जर की उत्तर प्रदेश कांग्रेस से जल्द निकाला जा सकता है.