लखनऊ : बीते एक फरवरी को केंद्र सरकार का बजट पेश हुआ था. उसके बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का बजट22 फरवरी को आने वाला है. बजट से हर वर्ग, समुदाय के लोग आस लगाए बैठे हैं. चिकित्सा के क्षेत्र में सुधार को लेकर लोगों का क्या कहना है और वह पेश होने वाले बजट से क्या चाहते हैं, इस बारे में ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.
लोगों ने बताई बजट से उम्मीदें. समय पर हो इलाज, वार्डों की हो पर्याप्त संख्या
ईटीवी भारत ने तमाम लोगों से चिकित्सा के क्षेत्र में सुधार और उपलब्धता के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि छोटे जनपदों में ग्रामीण स्तर पर चिकित्सा के क्षेत्र में सुधार होने चाहिए. चिकित्सा संबंधी मूलभूत सुविधाएं पूरी होनी चाहिए. जैसे पर्याप्त वार्डों की संख्या होनी चाहिए, अच्छे डॉक्टरों की तैनाती होनी चाहिए. सस्ती दवाएं और समय पर इलाज उपलब्ध होना चाहिए और साफ-सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए.
नियुक्त किए जाएं अच्छे डॉक्टर
श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर संतोष यादव ने बताया कि हर एक वर्ग की उम्मीद सरकार के बजट से होती है, लेकिन चिकित्सा के क्षेत्र में दिए जाने वाले बजट से हर वर्ग के लोग प्रभावित होते हैं. उन्होंने कहा कि छोटे जनपदों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के हॉस्पिटलों में अच्छे डॉक्टर नियुक्त किए जाएं. जहां डॉक्टरों की कमी है, वहां नियुक्ति पूरी की जाए.
चार चीजों पर ध्यान दे सरकार
डॉक्टर संतोष यादव ने बताया कि सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर, रिसर्च, मैन्युफैक्चरिंग और डिलीवरी पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि हेल्थ सेक्टर में सबसे बड़ी भूमिका इन्हीं चार चीजों की होती है, जिससे आम आदमी तक इसका लाभ पहुंच पाता है. साथ ही छोटे शहरों से पलायन करने वाले लोग जो सिर्फ इलाज के लिए बड़े शहरों में जाते हैं, उनके लिए छोटे शहरों में ही वे सभी सुविधाएं उपलब्ध हों. उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन कार्यक्रम आम जनता तक पहुंचे, इसके लिए सरकार को अलग से बजट देना चाहिए.