लखनऊ: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडलीय कार्यालय में मैटेरियल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट और अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन के प्रयास से विक्रेता विकास प्रदर्शनी लगाई गई. प्रदर्शनी का मकसद भारत सरकार के मेक इन इंडिया और इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देना था. भारतीय रेल में खरीदे जाने वाले उपकरणों को आरडीएसओ में अधिकृत वेंडरों की संख्या में वृद्धि करके इस क्षेत्र में विकास करना है.
फीता काटकर हुआ प्रदर्शनी का शुभारंभ
लखनऊ में आरडीएसओ के प्रयास से रेलवे में लगी प्रदर्शनी - Research Design and Standards Organisation
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडलीय कार्यालय में विक्रेता विकास प्रदर्शनी लगाई गई. प्रदर्शनी का मकसद भारत सरकार के मेक इन इंडिया और इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देना था.
इस प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में स्पेशल डीजी और वेंडर डेवलपमेंट आरडीएसओ एके पांडे और विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी उपस्थित थे. कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया. वहीं अतिथियों ने फीता काटकर प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया. प्रदर्शनी में महत्ता, उपयोगिता और भविष्य में इसके दूरगामी परिणामों की विस्तार से चर्चा की गई. इस आयोजन में मंडल के समस्त विभाग अध्यक्ष सहित कर्मचारी और अधिकारी वेंडर उपस्थित थे.
उत्तर रेलवे के डीआरएम ने कहा
उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि "हमारे एक्यूबमेंट और ऑपरेटर लगाए गए हैं. इनका वेंडर्स बेस बहुत छोटा है. इनके वेंडर्स सप्लायर्स कम है, जिसको मद्देनजर रखते हुए हमारे जितने भी वेंडर भाई और इंडस्ट्रीलिस्ट इस एरिया के हैं, उनको यह एक्यूबमेंट देखने को मिलेंगे. अगर वह अपने संसाधनों से आरडीएसओ के सहयोग से इन सब चीजों को बनाएंगे तो हमारा वेंडर बेस बढ़ेगा."