लखनऊः यूपी विधानसभा 2022 (UP Assembly Election 2022) की तैयारी में जुटी समाजवादी पार्टी ने एक और कदम बढ़ाया है. पार्टी में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और सत्ता पर दोबारा काबिज होने के लिए समाजवादी पार्टी ने लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को घोषणा की है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति के बाद रविवार को लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की गई है. लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने पदाधिकारियों और सदस्यों की घोषणा की. लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 48 सचिवों और 9 विशेष आमंत्रित सदस्यों को भी नामित किया गया है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने बताया कि कार्यकारिणी में क्षेत्रीय एवं जातीय संतुलन का भी पूरा ख्याल रखा गया है. 2022 के चुनावी वर्ष को ध्यान में रखते हुए 70 प्रतिशत प्रदेश से और 30 प्रतिशत पूरे देश से अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के संकल्प के साथ युवाओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है. उन्होंने बताया कि छात्राओं को भी भागीदारी दी गई है. लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 13 सचिव, 32 सदस्य भी बनाए गए हैं. प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अतिरिक्त उत्तराखण्ड, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, असम, पुणे महाराष्ट्र, भोपाल मध्य प्रदेश से भी पदाधिकारी नामित किए गए हैं.
प्रदीप तिवारी ने बताया कि लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 3 उपाध्यक्ष बनाए गए हैं. इनमें अक्षय चौधरी, मो. हारून, शहजादा कलीम शामिल हैं. राघवेन्द्र यादव को महासचिव और यश यादव को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
समाजवादी लोहिया वाहिनी की कार्यकारिणी घोषित, जातीय समीकरण पर फोकस - यूपी विधानसभा 2022
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति के बाद लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की गई है. लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 48 सचिवों और 9 विशेष आमंत्रित सदस्यों को भी नामित किया गया है.
समाजवादी पार्टी.
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बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव पहले से अन्य राजनीतिक पार्टियों की तरह समाजवादी पार्टी लगातार सम्मेलन के जरिए जातीय समीकरण को साधने में जुटी है. वहीं, अखिलेश यादव लगातार योगी सरकार की नाकामियों को उजागर कर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं. वहीं, अखिलेश यादव के निर्देश यूपी में सपा कार्यकर्ता अब चुनावी मोड़ में आ गए हैं.