लखनऊ:केजीएमयू उत्तर प्रदेश के मुख्य चिकित्सा संस्थानों में एक है. इस वैश्विक महामारी के दौरान केजीएमयू कोरोना के मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए तत्पर रहा है. केजीएमयू में कोरोना से निपटने के लिए तमाम तरह की व्यवस्था भी गई हैं. इसी कड़ी में केजीएमयू में कोरोना सैंपल की जांच भी कोरोनावायरस के भारत में प्रवेश के बाद से ही उत्तर प्रदेश में शुरू हो गई थी.
कोरोना संक्रमण को लेकर KGMU कुलपति से ईटीवी भारत की EXCLUSIVE बातचीत
उत्तर प्रदेश के केजीएमयू मेडिकल कॉलेज के कुलपति प्रोफेसर एमएल बी भट्ट ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
उत्तर प्रदेश में हुए कुल कोरोना वायरस के सैंपल की जांच में आधे से अधिक केजीएमयू के द्वारा ही किए गए. इसके साथ-साथ केजीएमयू में अब तक ज्यादा से ज्यादा कोरोना वायरस के मरीजों को स्वस्थ कर डिस्चार्ज किया है. इसके साथ-साथ केजीएमयू द्वारा अनुसंधान संस्थानों के साथ एमओयू साइन कर कोरोना के उपचार हेतु अनुबंध भी किया गया,जिससे कि आगे आने वाले दिनों में कोरोना से पीड़ित मरीजों का उपचार हो सके.
इसके साथ-साथ बीते दिनों केजीएमयू ट्रामा सेंटर में केजीएमयू की लापरवाही की वजह से कोरोना संक्रमित स्टाफ के संपर्क में आया था. इसके बाद केजीएमयू के कर्मचारियों व स्टाफ को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था.
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