लखनऊ:उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के सोनभद्र दौरे को ड्रामा करार दिया है. उनका कहना है कि अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर कांग्रेस का खेल पूरे देश के सामने उजागर हो चुका है. राष्ट्रहित की कीमत पर पाकिस्तान का मददगार बनने के बाद अब कांग्रेस नेता चेहरा छुपाने के लिए सोनभद्र का दौरा कर रहे हैं. प्रियंका गांधी सोनभद्र में नाटक कर रही हैं. उनकी पार्टी समाप्त हो चुकी है इसलिए उन्हें सोनिया गांधी और राहुल को भी अपने साथ सोनभद्र ले जाना चाहिए. ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यह बातें कही.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की ईटीवी भारत से खास बातचीत. प्रियंका गांधी सोनभद्र में कर रहीं नाटक ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रियंका गांधी हताश-निराश और समाप्त पार्टी से हैं. उन्हें सोनभद्र में अकेले नहीं आना चाहिए था. अपने साथ वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और निवर्तमान अध्यक्ष भाई राहुल गांधी को भी लेकर आना चाहिए था. वह उनके साथ सोनभद्र जाती तो और अच्छा होता. वह नाटक कर रही हैं और उनके नाटक का कोई असर नहीं होने वाला है. उनकी पार्टी का असली चरित्र सबके सामने आ गया है. अनुच्छेद 370 और 35 ए पर कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोल रही है. राहुल गांधी कह रहे हैं कि कश्मीर में हालात खराब हैं. ठीक इसी प्रकार उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सबूत मांगे थे.
सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए सरकार की विशेष योजना
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग में ऐसा मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया है जो आम लोगों की मदद से सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने में मदद करेगा. इस सिस्टम के तहत कोई भी शख्स सड़क पर मौजूद गड्ढों का फोटो खींचकर भेज देगा. लोक निर्माण विभाग की मॉनिटरिंग टीम गड्ढे की फोटो देखकर यह जांच कर लेगी कि वह सड़क कौन सी है और गड्ढा कहां पर है. अगर वह लोक निर्माण विभाग की सड़क है तो विभाग उसे 24 से 72 घंटे के बीच ठीक कर देगा. अगर किसी दूसरे सरकारी विभाग की सड़क है तो उसे गड्ढे के बारे में सूचना दे दी जाती है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गड्ढा मुक्त सड़क का कार्यक्रम एक सशक्त अभियान है, जिसे प्रदेश सरकार पूरी गंभीरता से पूरा करने में जुटी है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि एक बार में सड़क को गड्ढा मुक्त कर दिया जाए, उस पर दोबारा गड्ढा न होने पाए.
सड़कों की लागत कम करने की दिशा में प्रयास
लोक निर्माण विभाग की सड़कों की लागत घटाने की योजना के बारे में डिप्टी सीएम ने बताया कि पहले अतिरिक्त पत्थर डालकर सड़क का निर्माण किया जाता था. अब इसके लिए नई तकनीक की मदद ली जा रही है. इसके तहत पुरानी सड़क पर पड़े पत्थरों को निकाला जाता है और उसे रीसाईकिल कर सड़क निर्माण में दोबारा इस्तेमाल किया जाता है. इससे सरकार ने 1 साल में 942 करोड़ रुपए की बचत की है. इस धन से गाजियाबाद से गाजीपुर तक चार लेन की एक सड़क बनाई जा सकती है. इस तकनीक से हमने खदान से निकलने वाले पत्थर को भी टूटने से बचाया. साथ ही इससे पर्यावरण भी सुरक्षित हुआ.