लखनऊ:उत्तर प्रदेश स्थित लखीमपुर खीरी जिले से सांसद और हाल ही में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बनाए गए भारतीय जनता पार्टी के नेता अजय मिश्रा 'टेनी' से विभिन्न मसलों पर ईटीवी भारत की खास बातचीत हुई. यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हर धर्म और जाति के लोग भाजपा के साथ हैं. हम 300 से ज्यादा सीटें लेकर फिर से सरकार बनाएंगे. विपक्षी दल समाज को बांटकर कुर्सी पर बने रहने की राजनीति करते हैं, लेकिन वह सफल नहीं होंगे.
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा के चुनावों पर वह कहते हैं कि उनकी सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है. सरकार की योजनाओं का सीधे-सीधे लोगों को लाभ मिला है. जिस काम के लिए हमें लोगों ने चुना था, हमें उस पर जाना चाहिए. 2007 के बाद उत्तर प्रदेश में लगातार बहुमत की सरकारें बनी हैं. बीते 15 सालों में सपा, बसपा और भाजपा की सरकारों को जनता ने मौका दिया. मैं तो कहता हूं कि तीनों को अपने-अपने काम लेकर जनता के बीच जाना चाहिए. हालांकि उनके अंतर हिम्मत नहीं है, क्योंकि उन्होंने काम नहीं किया है. लोगों के विश्वास और भरोसे पर वह खरे नहीं उतरे हैं. इसीलिए वह जाति और धर्म की बातें करते हैं.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत. बता दें कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को कुछ दिन पहले सांसद रत्न सम्मान से नवाजा गया. वह प्रदेश के ऐसे पहले सांसद हैं, जिन्हें यह सम्मान मिला है. साल 2010 में शुरू किया गया यह सम्मान सांसद की सदन में उपस्थिति, उनके आचरण, सक्रियता और कार्य क्षमता जैसे विषयों को ध्यान में रखकर दिया जाता है. संसद में अब तक उनकी उपस्थिति करीब सौ फीसद बताई जाती है.
प्रदेश के पहले संसद रत्न सम्मान से नवाजे जाने को वह किस रूप में देखते हैं. इस सवाल पर अजय मिश्रा कहते हैं कि जिस काम के लिए जनता ने मुझे चुना उस काम को मैंने ठीक ढंग से निभाया. इसका मुझे संतोष है. वह कहते हैं कि पार्टी नेतृत्व ने उन पर जिस तरह का विश्वास जताया है, यह उनके लिए संतोष की बात है. वह कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निरंतर काम करने की क्षमता रखते हैं. उनमें निर्णय लेने और निर्णयों को क्रियान्वित करने में अमित शाह जी उनका सहयोग करते हैं. लोक सभा जब चल रही होती है, तब भी उनका नेतृत्व देखने का हमें अवसर मिलता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जैसा नेतृत्व और अमित शाह जी जैसा नेता, जिनके बीच में हम काम कर रहे हैं. यह निश्चित रूप से देश के लिए बहुत ही सौभाग्य का विषय है. अजय मिश्रा कहते हैं कि देश में 2014 के पहले बहुत सारी चुनौतियां थीं. यूपीए की सरकार में दस साल में देश का बहुत नुकसान किया. हर तरह की अक्षमता उभर कर सामने आई. वह चाहे नेतृत्व की बात हो या बैक डोर से सरकार चलाने की बात हो. इसका प्रभाव यह रहा कि देश में विकास की गति तो रुकी ही, साथ ही दुनिया में देश का सम्मान भी घटा. सीमाओं पर असुरक्षा बढ़ी और अर्थव्यवस्था कमजोर हुई. नरेंद्र मोदी जी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने सारी चुनौतियों को स्वीकार किया और सात साल की सरकार में एक संतोषजनक स्थिति में हम खड़े हैं.