लखनऊ: यूपी सरकार के ग्राम्य विकास मंत्री मोती सिंह ने कहा कि इस संकट की घड़ी में अपने लोगों को रोजगार देने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बधाई के पात्र हैं. योगी ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो 18 में 24 घंटे केवल इस बात पर लग रहे कि उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति कैसे अच्छी रहे. उत्तर प्रदेश के विकास में कोई अवरोध न हो.
ईटीवी भारत संवाददाता से ग्राम्य विकास मंत्री की खास बातचीत. उन्होंने कहा कि प्रदेश में रहने वालों को कोरोना से कैसे हम बचा सकें. उन्हें कैसे स्वस्थ रख सकें. उत्तर प्रदेश की धरती पर जहां के बाशिंदे हैं, जहां पर उनका अधिकार है, वहां पर वह कैसे और सुखी रह सकें. इसके लिए रोजगार की भी व्यवस्था कर रहे हैं.
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ग्राम्य विकास मंत्री ने कहा कि देश के सभी मुख्यमंत्री अच्छा प्रयास कर रहे हैं. 21 अप्रैल को लॉकडाउन को थोड़ा शिथिल किया गया. तब से योगी के नेतृत्व में ग्राम्य विकास विभाग की तरफ से मनरेगा के तहत 27 लाख 68 हजार लोगों को काम में लगाया है. वह श्रमिक जो उत्तर प्रदेश में पहले से मौजूद थे. वह श्रमिक जो बाहर से आए. उन लोगों को रोजगार दिया गया. बाहर से आने वाले लोगों के लिए एक शर्त लगानी पड़ी कि जो बाहर से आए थे, उन्हें 14 दिन का होम क्वारंटाइन में रखा गया. जो लोग संक्रमित मिले उनका यथोचित उपचार किया गया.
इसके बाद उन्हें खाद्यान्न का कार्ड दिया. हुनर के हिसाब से काम दिया. अनस्किल्ड लोगों को मनरेगा में लगाया. एमएसएमई की यूनिटों में लगाया गया. चीनी मिलों में लगाया गया. डेयरी में काम दिया गया. राज्य आजीविका मिशन में महिलाओं को रोजगार दिया गया. अकेले मनरेगा में 27 लाख 68 हजार लोगों को रोजगार दिया गया. प्रदेश के 75 जिलों में 51 जिले ऑरेंज जिले हैं. 21 जिले रेड जोन में हैं. वहीं हॉटस्पॉट हैं. रेड जोन में भी हॉटस्पॉट वाले क्षेत्र से दूरी बनाकर मनरेगा का काम शुरू कराया है.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इच्छाशक्ति ही किसी विभाग की सफलता का मूल मंत्र है. मुख्यमंत्री की इस घोषणा का उनके संकल्प को पूरा करने के लिए आवश्यक होगा तो हम 24 घंटे काम करेंगे. 25 दिन में 27 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है. हम 50 लाख लोगों को भी काम देने में जल्द ही सफल होंगे.