लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय में अब ईडब्लूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) आरक्षण के आधार पर ही पीएचडी में प्रवेश प्रक्रिया की जाएगी. कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में लखनऊ विश्वविद्यालय में शुक्रवार को हुई प्रवेश समिति की बैठक में पीएचडी दाखिले में भी ईडब्ल्यूएस लागू करना का निर्णय लिया गया
लखनऊ विश्वविद्यालयः पीएचडी दाखिले में भी लागू होगा ईडब्ल्यूएस
लखनऊ विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में अब ईडब्लूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) आरक्षण लागू होगा. कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में हुई प्रवेश समिति की बैठक यह निर्णय लिया गया. ईडब्ल्यूएस की स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर विद्यार्थियों ने विरोध जताया था, जिसके बाद पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लग गई थी.
विद्यार्थियों के विरोध पर प्रवेश प्रक्रिया पर लग गई थी रोक
लविवि में पिछले दिनों पीएचडी में प्रवेश को लेकर आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी. इस दौरान यूनिवर्सिटी ने इसमें ईडब्ल्यूएस को लेकर सीधे तौर पर स्थिति स्पष्ट नहीं की थी, जिसका स्टूडेंट्स ने नराजगी जताते हुए विरोध किया था. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी. शुक्रवार को पीचएडी में प्रवेश प्रकिया को लेकर कुलपति के साथ डीन व अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग में ईडब्लूएस लागू करने का
विभाग में 10 से अधिक सीटों पर मिलेगा ईडब्ल्यूएस का लाभ
विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रवेश समिति की मीटिंग में पीएचडी प्रवेश में भी ईडब्ल्यूएस देने का निर्णय लिया गया है. जिस विभाग में 10 या उससे अधिक सीटे होंगी, उसमें ईडब्ल्यूएस का लाभ दिया जाएगा. हालांकि इससे कम में आरक्षण के नियमों का पालन नहीं किया जाएगा.
स्नातक की प्रवेश प्रक्रिया पूरी
बता दें कि लविवि में स्नातक की प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और पीजी का रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है.अब जल्द ही इसकी आगे की प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाएगी. यूनिवर्सिटी में यूजी की संयुक्त प्रवेश काउंसलिंग में 64 सहयुक्त कॉलेज भी शामिल थे. फिलहाल इनकी सीटें अभी तक नहीं भर पाई हैं. ऐसे में बीए, बीएससी, बीकॉम में कॉलेज अपने स्तर से विवि की प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश ले सकते हैं, जबकि व्यवसायिक कोर्सों में संबंधित संस्था के नियमों के अनुसार प्रवेश लिया जाएगा.