लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में स्थापित होने के लिए कांग्रेस (congress) हर वह जतन कर रही है, जो उसके लिए फायदे का सौदा साबित हो. वर्तमान में कांग्रेस (congress) पार्टी ने अपने नेताओं को मैदान पर उतारने का पूरा प्लान तैयार किया है. पिछले दिनों जय भारत जनसंपर्क महाअभियान के तहत पार्टी ने सभी नेताओं को गांव-गांव तक भेजा था. तीन दिन तक नेताओं ने गांव प्रवास किया और यहां पर आम जनता की समस्याएं सुनीं. यह जाना कि जनता की सरकार से क्या अपेक्षाएं हैं और सरकार किन उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है. इसमें पार्टी को दो तरह का फायदा नजर आया. पहला सरकार के खिलाफ जनता में क्या नाराजगी है और किन-किन मुद्दों पर कांग्रेस को काम करना है और जनता की आवाज बनना है. कांग्रेस के शीर्ष नेता भी इस अभियान में शामिल रहे. नेताओं का दावा है कि इस अभियान में कांग्रेस पार्टी ने नब्बे लाख लोगों से संपर्क स्थापित किया है. इसका फायदा आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जरूर मिलेगा.
वर्तमान में कांग्रेस पार्टी का प्रशिक्षण से पराक्रम तक अभियान जारी है. इसमें पार्टी के प्रशिक्षक प्रशिक्षण देकर कांग्रेस का कैडर तैयार कर रहे हैं. कांग्रेस की नीतियों से अवगत कराने के साथ ही आरएसएस की विचारधारा से भी रूबरू कराया जा रहा है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने जनहित में क्या-क्या योजनाएं लागू कीं और जनता को इसका कितना फायदा मिला, इसके बारे में भी प्रशिक्षुओं को जानकारी प्रदान की जा रही है. पार्टी के नेता बताते हैं कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद दो लाख कार्यकर्ताओं का कैडर तैयार हो रहा है, जो भविष्य में अन्य लोगों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा. इसका फायदा भी कांग्रेस पार्टी को जरूर मिलेगा. कुल मिलाकर 700 प्रशिक्षण कैंप आयोजित किए गए हैं. इन दोनों अभियानों के बाद कांग्रेस पार्टी का यह भी प्लान बन रहा है कि बड़े और अनुभवी नेताओं को जिम्मेदारी देते हुए ब्लॉक स्तर तक भेजा जाए. आम जनता को कांग्रेस के साथ जोड़ा जाए. बताया जा रहा है कि पार्टी हर बड़े नेता को 20-20 ब्लॉक की जिम्मेदारी सौंपने जा रही है.