लखनऊ : राजधानी लखनऊ स्थित सुप्रसिद्ध कुड़िया घाट का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इसके लिए शनिवार को लखनऊ नगर निगम ने कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में अतिथियों ने वन ऐप और सौंदर्यीकरण कार्य का ऑनलाइन शुभारंभ किया. इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन और विधायक नीरज बोरा मौजूद रहे.
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन. ये है घाट का इतिहासगोमती नदी के तट पर स्थित कुड़िया घाट का इतिहास बेहद रोचक है. यहां कौंडिल्य ऋषि का आश्रम था. यहीं पर उन्होंने भगवान शिव के साक्षात दर्शन प्राप्त किए थे. अब इस कुड़िया घाट के सौंदर्यीकरण के लिए 554.15 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके बाद यह सैलानियों के लिए एक अच्छे पर्यटन स्थल में विकसित हो सकेगा.
कुड़िया घाट का सौंदर्यीकरण ये निर्माण किया जाएगा
बता दें कि राजधानी लखनऊ में धार्मिक कार्यक्रमों पूर्ण होने के बाद मूर्तियों का विसर्जन गोमती नदी में कर दिया जाता है. पर्यावरण एवं गोमती नदी की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए नए मूर्ति विसर्जन स्थल का निर्माण किया जाएगा. मूर्ति विसर्जन स्थल की तरफ जाने वाले मार्ग आरसीसी का बनेगा. नए विसर्जन स्थल पर सीढ़ियों पर बैठने की व्यवस्था, नवनिर्मित घाट पर सार्वजनिक शौचालय, वाहन पार्किंग आदि का निर्माण कार्य किया जाएगा.
2003 में भाजपा सरकार के कार्यकाल में कुड़िया घाट का सौंदर्यीकरण किया गया था. कुड़िया घाट के सौंदर्यीकरण को लेकर बजट प्रस्तावित किया गया है. करीब साढे़ पांच करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है. इससे कुड़िया घाट का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. राजधानी के ऐतिहासिक स्थलों को गौरवशाली बनाने के लिए नगर निगम, नगर विकास विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार की सहभागिता से इस कार्य को किया जा रहा है.
-आशुतोष टंडन, नगर विकास मंत्री