लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में जारी निवेश महाकुंभ से यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक के जुड़ने से यूपी की निवेश यात्रा को और गति मिलेगी. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) के दौरान आपने उत्तर प्रदेश में व्याप्त असीम संभावनाओं को महसूस किया होगा. उत्तर प्रदेश अपने विकास की नई गाथा लिख रहा है. बेहतर कानून व्यस्था, कनेक्टिविटी और निर्बाध विद्युत की उपलब्धता से यहां निवेश का बेहतर माहौल बना है. उन्होंने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि आपका आपका निवेश यहां सुरक्षित और फलदाई रहेगा.
सीएम योगी ने शनिवार को बेल्जियम के पूर्व उप प्रधानमंत्री और यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक के उपाध्यक्ष कृष पीटर्स के नेतृत्व में जीआईएस- 23 में हिस्सा लेने आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सबका स्वागत करते हुए कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि आप यूपी जीआईएस में शामिल हुए. इस सम्मेलन के दौरान आपको उत्तर प्रदेश निवेश की असीम संभावनाओं के बारे पता चला होगा. उन्होंने कहा कि यूपी भारत की आबादी का बहुत बड़ा राज्य है. 25 करोड़ की जनसंख्या यहां निवास करती है, जो इसे भारत का सबसे बड़ा श्रम एवं उपभोक्ता बाजार बनाते हैं.
सीएम योगी ने कहा कि प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा वाला उत्तर प्रदेश आज भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में नई पहचान बना रहा है. पिछले छह वर्ष में यहां इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में बहुत कार्य हुआ है. उत्तर प्रदेश सरकार वायु, जल, सड़क एवं रेल नेटवर्क के माध्यम से निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए त्वरित गति से बुनियादी ढांचे का विकास किया है. इससे उद्योगों को वैश्विक एवं घरेलू बाजार तक पहुंच बनाने में लॉजिस्टिक्स की सुलभता में वृद्धि होगी.
सीएम योगी ने कहा कि हमारे पास सबसे बड़ा लैंड बैंक है. उद्योग के हिसाब से औद्योगिक नीतियां हैं. मजबूत कानून व्यवस्था है. हम खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर हैं, बल्कि निर्यात भी कर रहे हैं. देश में सबसे अच्छी उपजाऊ जमीन उत्तर प्रदेश के पास है. उन्होंने कहा कि यूपी में निवेश करने वाले हर एक निवेशक के हितों को सुरक्षित रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को हर संभव सहायता दी जाएगी. प्रदेश में न केवल निवेशकों का हित सुरक्षित होगा, बल्कि उन्हें हर प्रकार का संरक्षण भी मिलेगा.
यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक के उपाध्यक्ष और बेल्जियम के पूर्व प्रधानमंत्री कृष पीटर्स ने निवेश अनुकूल माहौल प्रदान कराने के लिए सीएम योगी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक ने मेट्रो परियोजना में निवेश किया है. साथ ही हम विभिन्न इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं जैसे- आरआरटीएस (मेरठ), ईवी चार्जिंग एवं एविएशन के क्षेत्र में अपना सहयोग प्रदान करने के लिए विचार कर रहे हैं. हम प्रदेश में 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश कर रहे हैं.
प्रतिनिधिमंडल ने की लखनऊ मेट्रो से सैर :यूपीएमआरसी के प्रौद्योगिकी और विश्वस्तरीय ट्रासंपोर्ट सिस्टम की यूरोपीयन इन्वेस्टमेंट बैंक के उपाध्यक्ष ने तारीफ़ की. यूपीएमआरसी की आने वाली परियोजनाओं में और निवेश करने की मंशा जताई. प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की. भारत में निवेश को बढ़ाने का वादा किया. यूरोपियन निवेश बैंक (ईआईबी) के उपाध्यक्ष क्रिस पीटर्स की अध्यक्षता में छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ मेट्रो के स्टेशनों, ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी), प्रशिक्षण केंद्र और लखनऊ के वृन्दावन योजना में लगी उप्र इन्वेस्टर समिट में यूपीएमआरसी के पवेलियन स्टॉल का दौरा किया.
मेट्रो स्टेशन पर यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक के प्रतिनिधि. प्रतिनिधिमंडल ने हजरतगंज मेट्रो स्टेशन से ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो की यात्रा की जहां उन्होंने मेट्रो स्टेशनों की सुंदरता और रखरखाव की सराहना की. ट्रेन यात्रा के बाद ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो डिपो में ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (OCC) और प्रशिक्षण केंद्र का भी दौरा किया. इससे पहले प्रतिनिधिमंडल के दौरे की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात के साथ हुई. मुलाक़ात के दौरान ईआईबी के उपाध्यक्ष क्रिस पीटर्स ने भारत में विभिन्न परियोजनाओं में निवेश को 1.5 बिलियन यूरो से काफी बढ़ाने की इच्छा जताई.
ईआईबी ने लखनऊ मेट्रो परियोजना को 450 मिलियन यूरो (3502 करोड़ रुपये) का वित्त पोषण किया था, जो भारत सरकार से पास थ्रू असिस्टेंस (पीटीए) के रूप में सकल बजटीय संसाधनों के माध्यम से यूपीएमआरसी को उपलब्ध कराया गया था. ईआईबी आगरा और कानपुर मेट्रो परियोजनाओं को भी वित्तीय सहायता दे रहा है. ईआईबी ने कानपुर मेट्रो परियोजना के लिए 650 मिलियन यूरो (5551.99 करोड़ रुपये) के वित्तपोषण पर सहमति व्यक्त की है. ईआईबी इस परियोजना के लिए पहले ही दिसंबर 2022 को सरकार को 200 मिलियन यूरो वितरित कर चुकी है. आगरा मेट्रो परियोजना के लिए ईआईबी ने 450 मिलियन यूरो के वित्तपोषण पर सहमति दी है. 450 मिलियन यूरो में से 250 मिलियन यूरो के वित्त अनुबंध पर 2021 को ईआईबी और सरकार के बीच हस्ताक्षर किए गए हैं. 31 जनवरी को 1374.50 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया है. ईआईबी का प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में चल रहे यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सत्र में भाग लेने आया था. ईआईबी की टीम ने वृंदावन योजना में यूपीजीआईएस में यूपीएमआरसी के पवेलियन स्टॉल का दौरा किया.
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने ईआईबी टीम को आगरा और कानपुर परियोजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना की स्थापना के बाद से हमारी प्रतिबद्धता ईआईबी के उपाध्यक्ष की तरफ से की गई प्रशंसा का परिणाम है. हम उत्तर प्रदेश के लोगों को विश्वस्तरीय परिवहन व्यवस्था प्रदान करेंगे. क्रिस पीटर्स ने कहा कि हम भारत के अपने महत्वाकांक्षी एजेंडे जलवायु, नवीकरणीय ऊर्जा, कनेक्टिविटी और स्थायी वित्त पर समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. शहर के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर कर जलवायु परिवर्तन की गति को धीमा करने में यूपीएमआरसी के प्रयासों को हमारा सहयोग रहेगा. हम विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा एवं पर्यावरण अनुकूल परिवहन व्यवस्था प्रदान करने की दिशा में यूपीएमआरसी की प्रतिबद्धता को देखकर खुश हैं.
यह भी पढ़ें : Global Investors Summit 2023 : दूध और अंडे में निवेश के लिए उत्तर प्रदेश सोने का कटोरा, जानिए किसने कही यह बात