लखनऊ : उत्तर प्रदेश की अलग-अलग जेलों में बंद चल रहे सपा नेता आजम खां (Azam Khan), गैंगेस्टर से बसपा विधायक बने मुख्तार अंसारी (Mukhtar ansari) और अतीक अहमद (Atiq ahmad) की संपत्तियां ईडी (ED) के भी रडार पर हैं. यूपी पुलिस के बाद अब ईडी ने भी मुख्तार और अतीक के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है.
प्रवर्तन निदेशालय ने इन तीनों नेताओं के खिलाफ पूर्व में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुकदमा दर्ज किया था. अब ईडी को कोर्ट से इन तीनों नेताओं को कस्टडी में लेकर पूछताछ करने की अनुमति मिल गई है. ईडी की टीम जल्द ही तीनों से पूछताछ कर सकती है. पूछताछ के दौरान ईडी के अधिकारी उनकी आय और संपत्तियों के स्रोत पता करेंगे. दोनों ने किस तरह अरबों रूपये का आर्थिक साम्राज्य खड़ा किया, उनके कौन कौन से कारोबार हैं, आय के मुख्य स्त्रोत क्या-क्या हैं? इस बारे में ईडी जानकारी जुटाएगी.
ईडी ने तीनों के खिलाफ यूपी पुलिस द्वारा की गई सिफारिश के आधार पर केस दर्ज किया था. इस बीच यूपी पुलिस और प्रयागराज और मऊ के स्थानीय प्रशासन ने दोनों माफिया की अरबों रूपये की संपत्तियों को जब्त कर लिया अथवा उनको जमीदोंज करा दिया. तीन दशकों के दौरान मुख्तार और अतीक ने सूबे के आधा दर्जन से ज्यादा शहरों में करोड़ों रूपये की भूमि की खरीद-फरोख्त की थी. साथ ही कई बेशकीमती सरकारी जमीनों पर कब्जा भी किया था.
आजम पर जमीन हड़पने का आरोप
सपा नेता आजम खां पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप है. आरोप है कि आजम खां के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर जिन जमीनों का अधिग्रहण किया था. उनमें से कई जमीनें सरकारी हैं और यूनिवर्सिटी बनाने में सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया गया.