लखनऊःजिले में प्राग नारायण रोड स्थित कल्याण भवन में सोमवार को उत्तर प्रदेश समाज कल्याण मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मिनिस्टर समाज कल्याण विभाग रमापति शास्त्री पहुंचे. इस दौरान निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई गई. शपथ ग्रहण के बाद कर्मचारियों ने कैबिनेट मिनिस्टर से अपनी मांगें रखीं. मंत्री रमापति शास्त्री कर्मचारियों को आश्वासन भी दिया. इस दौरान कर्मचारियों में कहीं न कहीं प्रमुख सचिव को लेकर नाराजगी भी नजर आई. समारोह में मंत्री रमापति शास्त्री ने अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह को शपथ दिलाई. समाज कल्याण के निदेशक बालकृष्ण त्रिपाठी ने उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह डोलिया अपर निदेशक रजनीश चंद्र ने महामंत्री मुकेश चंद्र जोशी को शपथ दिलाई. राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी ने संयुक्त मंत्री शोभा, संगठन मंत्री सौरभ त्रिपाठी, कार्यालय मंत्री अमन कुमार शुक्ला, कोषाध्यक्ष रामखेलावन, सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष कुलश्रेष्ठ, ऑडिटर मोहम्मद सलीम अंसारी को संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी, विकास गुप्ता, सुरेश कुमार, रामदेव, महेश प्रसाद शर्मा, प्रसून कुमार, दिग्विजय सिंह पालनी, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, महेंद्र प्रताप सिंह व सत्यानंद त्रिपाठी को शपथ दिलाई. सोमवार को समाज कल्याण निदेशालय में शपथ ग्रहण के दौरान अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने कई मांगे रखीं.
शपथ ग्रहण समारोह में कर्मचारियों ने रखीं मांगें, मंत्री ने दिया आश्वासन - प्राग नारायण रोड स्थित कल्याण भवन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश समाज कल्याण मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मिनिस्टर समाज कल्याण विभाग रमापति शास्त्री पहुंचे.
नैतिक दायित्व निभाएं
कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री समाज कल्याण विभाग रमापति शास्त्री ने कहा कि कर्मचारी अपने नैतिक दायित्व को निभाएं. सरकार उनकी समस्याओं का निस्तारण करेगी. उन्होंने कोविड-19 में समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि हम लोग भाग्यशाली हैं जिन्हें इस विभाग में कार्य करने का मौका मिला है. हमें समाज के पीड़ित उपेक्षित वर्ग की सेवा का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है. इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी ने कहा कि कर्मचारियों की समस्याएं अधिकारियों द्वारा उत्पन्न की गई हैं. जब सेवा नियमावली में हमारे देयक, अधिकारों आदि का संपूर्ण उल्लेख है तो इससे इतर जिम्मेदारी दिया जाना कहीं से ठीक नहीं है.