वाराणसी: सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी (Sampurnanand Sanskrit University Varanasi) में करोड़ों रुपये के गबन में शामिल दो अभियुक्तों को शुक्रवार शाम ईओडब्लू की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. ये दो अभियुक्त दिवाकर त्रिपाठी, प्रो. शारदा प्रिंटिंग प्रेस निवासी- जगतगंज वाराणसी और रवि प्रकाश पांड्या, प्रो. तारा प्रिंटिंग प्रेस निवासी लक्सा वाराणसी हैं. शुक्रवार को सिगरा थाना क्षेत्र के सिद्धगिरीबाग से ईओडब्ल्यू टीम के द्वारा अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया.
इस संबंध में वाराणसी ईओडब्लू निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि शासन के द्वारा सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी को वित्तीय वर्ष 2000-2001 से 2009-10 के मध्य दुर्लभ पांडुलिपियों एवं ग्रंथो के मुद्रण / प्रकाशन हेतु विशेष अनुदान की धनराशि रुपये 10,20,22,000 आवंटित किया गया था. मुद्रण के लिये जिम्मेदार विश्वविद्यालय के प्रकाशन संस्थान के तात्कालीन निदेशक के द्वारा वित्त विभाग के अधिकारियों, प्रिंटिंग प्रेस मालिकों और अन्य लोगों से मिलीभगत करके दुर्लभ पांडुलिपियों और ग्रंथों का बिना मुद्रण कराये ही लगभग 5.90 करोड़ रुपये का शासकीय धन का फर्जी भुगतान दिखाकर गबन कर लिया गया.