लखनऊ: प्रदेश भर में पीएफ घोटाले को लेकर सोमवार को शुरू हुआ बिजली विभाग के कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार और सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा. कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं. तो यह प्रदर्शन बड़े उग्र आंदोलन का रूप भी ले सकता है.
चंदौली में उग्र आंदोलन में बदल सकता है प्रदर्शन
चंदौली में पीएफ घोटाले का मामला लगातार तुल पकड़ता जा रहा है. धरने पर बैठ कर्मचारियों का कहना है कि पीएफ, जीपीएफ, ईपीएफ सभी तरह के फंड लोगों की मेहनत की कमाई है. घोटाले में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो यह प्रदर्शन उग्र आंदोलन का रूप भी ले सकता है. जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
चंदौली में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन. बांदा में जारी रहा बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शनबांदा में पीएफ घोटाले के विरोध में बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार और धरना प्रदर्शन दूसरे दिन भी चला. बिजली कर्मचारियों का कहना है कि अभी तक सरकार किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. न तो सरकार ने दोषियों पर ठोस कार्रवाई की है और न ही पीएफ का पैसा वापस दिलाने के मामले में ही कुछ कहा है.
बांदा में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन. कानपुर में बिजली कर्मचारियों का कार्य बहिष्कारकानपुर में भी पीएफ घोटाले से नाराज कर्मचारियों ने दो दिनों के लिए कार्य बहिष्कार किया. कार्य बहिष्कारकी अध्यक्षता कर रहे विजय त्रिपाठी का कहना है कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि हमारा जमा हुआ पैसा सुरक्षित है. जिन लोगों ने यह काम किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करे.
कानपुर में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन. यह भी पढ़ें: बरेलीः सरकार की ओर से हज यात्रियों को सौगात, हर जिलों में हज ई-सुविधा केन्द्र
मऊ में कड़े आंदोलन की चेतावनी
मऊ में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने पीएफ घोटाले के विरोध में 48 घंटे का कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही हमारी मांगों को जल्द पूरा किया जाए, नहीं तो आगे कड़ा आंदोलन होगा.
मऊ में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन. बस्ती में उठी सीबीआई जांच की मांगबस्ती में पीएफ घोटाले को लेकर बिजली विभाग के कर्मचारियों और अभियंताओं ने दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने कहा कि सरकार अगर हमारे पैसे का कोई ठोस विकल्प नहीं निकालती है, तो आरपार की लड़ाई का एलान किया जाएगा. घोटाले में शामिल दोषियों पर तत्काल कार्रवाई हो. पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए.
बस्ती में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन.