लखनऊः राजधानी में ट्यूबवेल टेक्निकल एंप्लाइज एसोसिएशन सिंचाई विभाग में पदाधिकारियों के चुनाव को लेकर जंग छिड़ गई है. एसोसिएशन के कई सदस्यों ने विभागीय अधिकारी से कहा कि एसोसिएशन का चुनाव नए सिरे से कराया जाए, क्योंकि पुराने पदाधिकारी योग्यता खोने के बावजूद पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं है.
ट्यूबवेल टेक्निकल एंप्लाइज एसोसिएशन में छिड़ी जंग. इसे भी पढ़ें-'यूपी एपीकॉन'-2019 में शामिल किए जाएंगे अब तक के सबसे अधिक रिसर्च पेपर
सिंचाई विभाग में छिड़ी जंग
एसोसिएशन के महामंत्री पद पर चुनाव लड़ने वाले राजपाल वर्मा और उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने वाले विनोद मिश्रा ने सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता यांत्रिक को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने एसोसिएशन के मौजूदा पदाधिकारियों वाली कार्यकारिणी को भंग करने की मांग की. उनका कहना है कि जिन लोगों को एसोसिएशन का अध्यक्ष और महामंत्री चुना गया था वह सभी प्रोन्नत होकर विभाग में जूनियर इंजीनियर बन गए हैं. नलकूप एसोसिएशन में उन्हीं लोगों को पदाधिकारी बनने का मौका मिल सकता है जो ट्यूबवेल ऑपरेटर या मैकेनिक के पद पर कार्यरत हैं.
ट्यूबवेल टेक्निकल एंप्लाइज एसोसिएशन के संयोजक प्रदीप त्यागी ने दी जानकारी
संयोजक प्रदीप त्यागी का कहना है किएसोसिएशन का चुनाव दो साल में होना चाहिए लेकिन पांच साल बाद एसोसिएशन के चुनाव पांच सितंबर को कराए गए. चुनाव के दौरान ही पदोन्नत होकर जेई बनने वाले संघ के प्रांतीय अध्यक्ष उमेश राव और महामंत्री रजनीश कुमार माथुर के चुनाव लड़ने पर विरोध किया गया था लेकिन इसका पालन नहीं कराया गया.
ऐसे में एसोसिएशन के मौजूदा पदाधिकारियों को पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है. नलकूप मिस्त्री संघ के कार्य हेतु प्रदीप त्यागी और राजपाल वर्मा को सह संयोजक नियुक्त किया गया है. ऐसे में इन दोनों पदाधिकारियों की देखरेख में चुनाव कराए जाने चाहिए.