लखनऊ: ग्रामीण और अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रदेश की योगी सरकार लगातार काम कर रही है. खासकर आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगाने के सरकार के प्रयास रंग ला रहे हैं. इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने सोनभद्र, बिजनौर, लखनऊ व श्रावस्ती में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है. अभी बहराइच और लखीमपुर खीरी में एकलव्य विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है.
देश में 750 विद्यालयों की होगी स्थापना
गत सोमवार को आम बजट में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के आदिवासी क्षेत्रों में 750 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय बनाए जाने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों के लिए एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का मॉडल पेश किया था. इसमें 20 प्रतिशत आदिवासी आबादी वाले क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों की बेहतर शिक्षा के लिए एकलव्य विद्यालय बनाए जाने हैं.