उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

मुश्किल में पाम ऑयल व्यापारी, लॉकडाउन की वजह से हो रहा काफी नुकसान - पाम ऑयल के व्यापार पर लॉकडाउन का प्रभाव

लॉकडाउन की वजह से पाम ऑयल व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में उनके सामने कड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. देखिए राजधानी लखनऊ से ईटीवी भारत की विशेष रिपोर्ट..

effect of lockdown on palm oil
पाम ऑयल के व्यापार पर लॉकडाउन का प्रभाव

By

Published : Apr 8, 2020, 9:09 PM IST

लखनऊ: कोरोना संक्रमण के चलते 25 मार्च को लॉकडाउन लागू किया गया था, जिसका असर साफ देखा जा सकता है. इस लॉकडाउन में सभी दुकानें और होटल्स बंद हैं. ऐसे में पाम ऑयल व्यापारियों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. लॉकडाउन की वजह से उनको काफी नुकसान हो रहा है.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट...

लॉकडाउन के चलते हो रहा नुकसान
ईटीवी भारत ने जब राजधानी के बाज़ार का जायजा लिया तो हकीकत सामने आई. शहर में पाम ऑयल के थोक व्यापारी सुधीर जायसवाल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बहुत नुकसान हो रहा है. शहर के पाम ऑयल के एक व्यापारी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है.

खराब हो रहा माल
सुधीर जायसवाल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि जो माल उनके पास है, वह खराब हो रहा है. खपत बिल्कुल भी नहीं हो रही है. इसका मुख्य कारण शहर के सभी होटल्स और ढाबों का बंद होना है.

यहां होती है सबसे ज्यादा खपत
पाम ऑयल के थोक व्यापारी ने बताया कि शहर के होटल्स, ढाबे और ठेले वाले इसका सबसे ज्यादा प्रयोग करते हैं. लॉकडाउन की वजह से खपत पर असर पड़ रहा है. उन्होने कहा कि इस वजह से दामों में भी काफी अंतर आया है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से जो टिन पहले आते थे, आज उनको 200 रुपये कम में बेचे जा रहे हैं.

फुटकर दुकानदारों का भी बुरा हाल
वहीं फतेहगंज के फुटकर व्यापारी रोहित अग्रवाल ने दुखी मन से बताया कि धंधा बिल्कुल चौपट ही गया है. खपत बिल्कुल भी नहीं है और जो माल उनके पास है वह भी धीरे-धीरे खराब हो रहा है.

फायर ब्रिगेड की 56 गाड़ियां UP के शहरों को करेंगी सैनिटाइज, CM योगी ने दिखाई हरी झंडी

लॉकडाउन खुलने की आशा
इन सभी दुकानदारों ने सिर्फ यहीं आशा जताई कि जल्द से जल्द यह लॉकडाउन खत्म हो, जिससे व्यापार करने में सुगमता हो. लॉकडाउन में इन व्यापारियों का बुरा हाल है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details