लखनऊः राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए देशवासियों का सहयोग चाहिए इसलिए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा. राजधानी लखनऊ में भी इसका असर देखने को मिला. चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है. इसके साथ ही हर इलाके में पुलिस मौजूद है. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश के 4 जिलों में लॉक डाउन करने का आदेश दिया है. उन्होंने जनता कर्फ्यू का समय रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए बढ़ाया है.
चारबाग स्टेशन पर पसरा सन्नाटाचारबाग स्टेशन पर भी आज अलग नजारा देखने को मिला. सुबह से ही यहां पर सन्नाटा पसरा हुआ है. सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं. किसी भी तरह की ट्रेनों की आवाजाही नहीं हो रही. रेलवे प्रशासन ने पहले ही केंद्रों पर पाबंदी का ऐलान किया था. आज रेलवे बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए बताया कि 31 मार्च तक यात्री ट्रेन नहीं चलेगी, सिर्फ मालगाड़ी ही संचालित होंगी.
सड़के रही खालीसुबह 7 से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू लगाया गया है. जनता कर्फ्यू का असर साफ तौर पर देखा जा रहा है. इस दौरान सिर्फ और सिर्फ पुलिस के जवान ही सड़क पर दिखाई दे रहे हैं. वहीं बात करें जरूरी सामानों के दुकानों की तो सिर्फ मेडिकल स्टोर, जनरल मर्चेंट और दूध-ब्रेड की दुकानें ही खुली हैं.
कमिश्नर और जिलाधिकारी ने किया दौरालखनऊ का जिला प्रशासन हरकत में है. लखनऊ मंडल के कमिश्नर मुकेश मेश्राम और जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश अपने आलाधिकारियों संग शहर का दौरा कर रहे हैं. जनता कर्फ्यू के दौरान हर हालात का जायजा ले रहे हैं. इससे पहले जिलाधिकारी ने अपने कैंप ऑफिस में अधिकारियों संग बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि हालातों पर नजर रखने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है. नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम हर एक हरकत पर नजर बनाए हुए हैं.