लखनऊःहोलिका जलाओ, प्रहलाद को बचाओ.... ये नारा आजकल उत्तर प्रदेश की तमाम गलियों में सुनाई दे रहा है. दरअसल, प्रदेश के कुछ युवाओं ने संकल्प किया है इस बार होली पर अश्लीलता और नशे के दहन का. आप सोच रहे होंगे कि अश्लीलता और नशे का दहन कैसे होगा ? दरअसल, युवाओं के ये दल होलिका दहन के दिन, सुबह से ही घर घर जाकर संपर्क करेंगे. लोगों से अपील करेंगे की घर में यदि कोई अश्लील चित्र, सामग्री या नशीली खाद्य सामग्री जैसे गुटखा, तंबाकू, शराब, सिगरेट आदि हो तो उन्हें दे दें. साथ ही घर में अश्लील चित्र व सामग्री नहीं रखने को संकल्प लें. यदि नशा करते हैं तो उसे छोड़ने का संकल्प लें. इसके बाद सारी सामग्री शाम को क्षेत्र के होलिका दहन के स्थान पर जला देंगे. इसके लिए बाकायदा अलग से होलिका दहन का स्थान चयनित किया जाएगा. यदि किसी कारणवश अलग स्थान नहीं मिल पाता है तो क्षेत्र के लोग जहां होलिका दहन करेंगे, वहीं इस सामग्री को जलाया जाएगा.
अश्लीलता और नशा दूर करने का लेंगे संकल्प
दहन कार्यक्रम के दौरान भी अश्लील साहित्य एवं सामग्री छोड़ने, नशे से दूर रहने का भी संकल्प होगा. इस संकल्प को लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों से होलिका दहन के स्थान पर पहुंचने की अपील की जाएगी.
प्रदेश के 75 जिलों में होगा कार्यक्रम
अश्लीलता और नशा दहन का यह कार्यक्रम प्रदेश के सभी जिलों में होगा. यह आयोजन अखिल विश्व गायत्री परिवार के सौजन्य से हो रहा है. गायत्री परिवार का उत्तर प्रदेश युवा प्रकोष्ठ इस कार्यक्रम को आयोजित कर रहा है. प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि प्रभाकर सक्सेना 'पवित्र' ने बताया की प्रदेश के सभी जिलों में हमारी युवा मंडल, महिला मंडल, प्रज्ञा मंडल की टीमें इस कार्यक्रम की तैयारी में लगी हैं. इस कार्यक्रम का नाम अश्लीलता एवं नशा दहन कार्यक्रम है.