लखनऊ : डग्गामार बसों के साथ ही अन्य वाहनों के संचालन के कारण परिवहन निगम को 15 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हो रहा है. रोडवेज के चालक परिचालकों ने ये आरोप लगाया है. उन्होंने लोड फैक्टर पूरा नहीं हो पाने पर कार्रवाई के चलते चारबाग बस स्टेशन पर प्रदर्शन किया.
यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के शाखा अध्यक्ष प्रदीप कुमार पांडेय और संगठन मंत्री शरद कुमार ने बताया कि 'रोडवेज अधिकारी डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं. ये बस स्टेशनों के सामने से सवारियां भरते हैं और कम किराये व जल्दी पहुंचाने का हवाला देकर यात्रियों को बरगलाते हैं. इससे रोडवेज बसों को यात्री नहीं मिलते हैं.' प्रदीप कुमार पांडेय का कहना है कि '65 फीसदी लोड फैक्टर न मिलने पर कार्रवाई कर दी जाती है और 15 मिनट से ज्यादा किसी भी स्टेशन पर ठहरने की इजाजत नहीं है. जबकि, डग्गामार वाहन कहीं पर खड़ी होकर सवारियां भरते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जहमत नहीं उठाई जा रही है.'
डग्गामार वाहनों के संचालन से ड्राइवर कंडक्टर परेशान, कही ये बात - 15 फीसदी से ज्यादा का नुकसान
राजधानी के चारबाग बस स्टेशन पर चालक परिचालकों ने प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि रोडवेज अधिकारी 'डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं.'
लखनऊ में फैला नेटवर्क :प्रदर्शन कर रहे ड्राइवर कंडक्टर्स ने आरोप लगाया कि 'लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में डग्गामार वाहनों का नेटवर्क फैला है. चारबाग बस स्टेशन पर सुबह कतार लगाकर डग्गामार वाहन सवारियां भरते हैं. कमता चौराहा, अवध चौराहा, ट्रांसपोर्टनगर, मुंशीपुलिया समेत कई जगहों से सवारियां उठाते हैं. ये बसें बाईपास होकर जाती हैं, जिससे जल्दी लोगों को पहुंचा देती हैं. परिवहन निगम की बसों को शहर के अंदर से होकर जाना पड़ता है. बाईपास बसों का रूट बदल दिया गया है जिससे समय लग जाता है.'
बस के इंजन में धमाके से यात्री डरे :चारबाग बस स्टेशन से कानपुर जा रही बस के इंजन से अचानक धमाकेदार आवाज से यात्री सहम गए. मंगलवार शाम पांच बजे के करीब बंथरा चौराहे के पास इंजन से आवाज आने के बाद बीच सड़क पर बस झटके से रुक गई. 17 यात्री घबराकर बस से नीचे उतर आए. बस चालक बस सड़क पर खड़ी कर सवारियों को संभालने लगा. विकासनगर डिपो की बस संख्या यूपी 77 टी 0916 के ड्राइवर संदीप कुमार के मुताबिक, यह बस एक हफ्ते में तीन बार इंजन में धमाके साथ बंद हुई है. किसी भी घटना में कोई जनहानि नहीं हुई पर यात्रियों को बड़ी दिक्कत होती है.