लखनऊः विंध्य और बुंदेलखंड के गांवों में घर-घर पीने का पानी पहुंचाने की योजना में तेजी आई है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीणों के घरों तक जल्द से जल्द स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के निर्देश अफसरों को दिए हैं. ताकि पीने के पानी के लिए विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों को पैदल चलने से निजात मिल सके. करीब एक करोड़ लोगों को इस योजना के तहत पानी मिलने का अनुमान है.
घर-घर स्वच्छ पेयजल पहुंचाने की तैयारी
मुख्यमंत्री के निर्देश और जल शक्ति मंत्रालय की तत्परता को देखते हुए अगले साल एक करोड़ से ज्यादा आबादी तक स्वच्छ पेय जल की सप्लाई पहुंचना तय माना जा रहा है. बुंदेलखंड में काम कर रही एजेंसियों को खास तौर से काम में तेजी लाने को निर्देश दिए गए हैं. जिसके बाद निर्धारित दो साल से पहले ही घरों तक पानी की सप्लाई शुरू होने की उम्मीद की जा रही है.
दो हजार करोड़ की 12 परियोजनाएं
जल जीवन मिशन के तहत राज्य सरकार बुंदेलखंड के झांसी, ललितपुर और महोबा में करीब 2 हजार 185 करोड़ रुपये की लागत से 12 परियोजनाओं पर काम कर रही है. बीते जून में शुरू हुई हर घर जल योजना के जरिए योगी सरकार बुंदेलखंड में ग्रामीण क्षेत्र की लगभग 67 लाख की आबादी को घर पर ही स्वच्छ पेय जल उपलब्ध करायेगी. इसका सबसे ज्यादा फायदा इन इलाकों की महिलाओं को होगा.
पाइप लाइन बिछाने के काम में तेजी
योजना पर झांसी समेत ललितपुर और महोबा में काम तेजी से चल रहा है. पाइप लाइन बिछाने के साथ ही नदियों और डैमों के पानी को स्वच्छ करने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है. झांसी में एक हजार 627 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं वाटर पर आधारित होंगी. ललितपुर में एक हजार 623 करोड़ की लागत वाली 16 सरफेस वाटर रिसोर्स और 12 भूजल (ग्राउंड वाटर) आधारित पाइप पेयजल योजनाएं होंगी. वहीं महोबा में एक हजार 219 करोड़ की लागत से 364 गांवों तक पानी पहुंचाया जाएगा.