लखनऊः कोविड रोगियों के उपचार के लिए अधिक वसूली करने के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों का संज्ञान लेते हुए गुरुवार को प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने गोमतीनगर स्थित सहारा और मेयो हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया. सबसे पहले प्रभारी अधिकारी गोमतीनगर स्थित सहारा हास्पिटल पहुंची. प्रभारी अधिकारी ने बिलिंग काउंटर का निरीक्षण किया. बिलिंग काउंटर पहुंचकर प्रभारी अधिकारी ने डिस्चार्ज हुए रोगियों के बिल के विवरण देखे.
कराया गया था अतिरिक्त भुगतान
निरीक्षण में पाया गया कि हॉस्पिटल द्वारा कन्सलटेंसी, फार्मा (मेडिसिन), प्रोसिजरल चार्जेस आदि अतिरिक भुगतान कराया गया था. साथ ही हॉस्पिटल द्वारा आरटीपीसीआर टेस्ट भी अधिक दर पर होता पाया गया, जिसके सम्बन्ध में प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि तत्काल रोगियों से अधिक शुल्क लिया जाना बंद किया जाए और शासनादेश के अनुसार ही रोगी से उपचार शुल्क लिया जाना सुनिश्चित किया जाए. अधिकारी ने निर्देश दिया कि यदि शासन द्वारा निर्धारित पैकेज के अतिरिक्त अगर कोई विशेष दवा या जांच कराई जाती है तो उसका ब्यौरा बिल में स्पष्ट रूप से दिखाया जाए, रोगियों से अधिक शुल्क न वसूला जाए.
रोगियों से हाल-चाल के साथ लिया फीडबैक
इस दौरान प्रभारी अधिकारी सहारा हॉस्पिटल के कोविड वार्ड में उपचार की व्यवस्थाओं का सत्यापन के उद्देश्य से पहुंची. कोविड वार्ड में जाकर प्रभारी अधिकारी ने रोगियों से उनका हाल चाल पूछा और उपचार सम्बंधित फीडबैक लिया. रोगियों ने बताया कि हॉस्पिटल द्वारा अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि कोविड रोगियों के उपचार की मॉनिटरिंग सीनियर डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन राउंड लेकर की जाए.