लखनऊ :डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में शनिवार को नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय की अध्यक्षता में विद्या परिषद की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गई. बैठक में पीएचडी ऑर्डिनेंस में बदलाव के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है. इसके तहत बीटेक और एमसीए धारी प्रथम श्रेणी में पास छात्रों को सीधे पीएचडी में प्रवेश मिल सकेगा. बता दें, एकेटीयू पीएचडी ऑर्डिनेंस में बदलाव को लेकर तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्रा ने एक समिति गठित की थी. जिसमें समिति ने ऑर्डिनेंस में बदलाव को लेकर कई अहम सुझाव दिए थे. उस पर विचार करते हुए विश्वविद्यालय की ओर से अंतिम निर्णय लिया गया.
सीयूईटी और गेट के जरिए लेनी होगी एमटेक प्रवेश परीक्षा :विद्या परिषद की बैठक के दौरान दूसरा महत्वपूर्ण फैसला एमटेक को लेकर हुआ. अब एमटेक की प्रवेश परीक्षा सीयूईटी और गेट के जरिए लेना होगा. कोर्स वर्क पूरा करने के बाद निर्धारित ग्रेड मिलने पर पीएचडी में माइग्रेट करने का अवसर दिया जाएगा अन्यथा की स्थिति में एमटेक निर्धारित ऑर्डिनेंस के तहत चलता रहेगा. विद्या परिषद की बैठक में साफ कर दिया गया कि अब नए नियम के तहत पीएचडी में माइग्रेट करने पर पीएचडी ऑर्डिनेंस की व्यवस्था लागू रहेगी. प्रस्ताव के अनुसार सहायक प्रोफेसर स्तर पर चार एवं सह प्रोफेसर स्तर पर 6 अधिकतम पीएचडी रजिस्टर्ड छात्र, हो सकेंगे. साथ ही लगातार तीन आरडीसी बैठकों में गायब रहने पर या संतोषजनक प्रगति वाले शोधार्थियों का पंजीकरण रद्द कर दिया जाएगा. कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने बताया प्रत्येक शैक्षिक वर्ष में पीएचडी छात्रों को भी रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा. इसके अलावा एनईपी के संबंध में बोर्ड ऑफ स्टडीज का पुनर्गठन कर उसमें छात्रों को भी सम्मिलित करने पर मुहर लगी.