लखनऊ :उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने कोरोना के खिलाफ बड़ी जंग का एलान कर दिया है. इसके लिए एक जून से टीकाकरण (Vaccination) का महाअभियान चलेगा. युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक को सुरक्षा की डोज लगेगी. इसमें सरकारी अस्पतालों में जहां पहले की तरह मुफ्त वैक्सीन लगेगी, वहीं निजी अस्पतालों में अब पांच गुना तक अधिक डोज की कीमत चुकानी होगी.
बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र पर अभिभावकों को लगेगी डोज
वैक्सीनेशन अभियान में 'अभिभावक स्पेशल' बूथ बनेंगे. इस पर 12 वर्ष के कम उम्र वाले बच्चों के अभिभावक वैक्सीन लगवा सकेंगे. इसके लिए उन्हें बच्चों का प्रमाण पत्र दिखाना होगा. इसके लिए आधार कार्ड या फिर जन्म प्रमाण पत्र बच्चे का ले जाना होगा. बिना प्रमाण पत्र दिखाए बूथ पर वैक्सीन नहीं लगेगी. ऐसे में पात्र लोग ही इस बूथ का स्लॉट बुक करें.
सरकारी दफ्तरों में भी लगेगा टीका
इस बार टीकाकरण केंद्र बढ़ाए जा रहे हैं. स्टेडियम, मेडिकल कॉलेज, अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सरकरी दफ्तरों में भी टीका लगेगा. इसके लिए साइट का चयन किया जा रहा है. यूपी में अब तक 1 करोड़ 79 लाख 92 हजार 299 के करीब कोरोना वैक्सीन की डोज (Doses of Corona Vaccine) लग चुकी हैं.
15 जनवरी से शुरू किया गया अभियान
यूपी में 15 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन अभियान (Corona Vaccination Campaign) शुरू किया गया. पहले हेल्थ वर्कर्स के टीकाकरण का फैसला किया गया. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन शुरू किया गया. बाद में 60 वर्ष से ऊपर 45 साल से अधिक बीमार लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. फिर 45 साल से ज्यादा सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जाने लगा. वहीं पांचवें चरण में अब 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण किया जाने लगा है.