लखनऊ:बाजार में बिकने वाले फलों को सेहत के लिए फायदेमंद समझकर लोग खरीदते हैं. वहीं, ज्यादातर महंगे फलों पर गुड क्वालिटी के स्टीकर भी लगे होते हैं. जिन्हें ग्राहक अच्छा मानते हैं, लेकिन ऐसे फलों को खाने के कुछ दुष्परिणाम भी है. दरअसल, फलों पर स्टीकर को चिपकाने वाली गोंद में रसायन होता है. जिससे कई बीमारियों के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. हाल ही में फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड ऑफ अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि एफएसएसएआई (FSSAI) ने इसका खुलासा किया हैं. यही नहीं एफएसएसएआई (FSSAI) ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की है.
फल आपकी सेहत को पहुंचा सकते हैं नुकसान
स्टीकर पर ब्रांड नाम, टेस्टेड ओके, बेस्ट क्वालिटी या प्रॉडक्ट के नाम लिखकर ग्राहकों को इनके प्रीमियम होने के भ्रम में रखा जाता हैं. जबकि इसका फलों की टेस्टिंग या क्वालिटी से कोई लेना-देना नहीं होता हैं. वहीं स्टीकर लगाकर फल बेचना भी फूड स्टैंडर्स के मानकों के विपरीत हैं.
स्टीकर वाले फल खाने से हो जाएं सावधान
राजधानी में ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में स्टीकर वाले फल बेचने पर मनाही है, लेकिन इसके बावजूद भी बाजारों में खुलेआम ऐसे फलों की बिक्री जारी है. लोग फलों को अपनी सेहत के लिए फायदेमंद जान कर खाते हैं, लेकिन ऐसे फल जिन पर गुड क्वालिटी वाली स्टिकर लगे होते हैं. यह फायदा नहीं बल्कि सेहत के लिए बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं. स्टीकर की गोद में लगा हुआ घातक रसायन पेट की अल्सर और कैंसर जैसी घातक बीमारियां पैदा करने की क्षमता रखता है.
फूड सेफ्टी स्टैंडर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की एडवाइजरी
स्टीकर लगे फलों की बिक्री पर फूड सेफ्टी स्टैंडर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि फलों को चमकाने के लिए की जाने वाली मोम की कोटिंग और स्टीकर लगे फल बेचने पर मनाही है. खासकर ऐसे फल जिनको छिलके के साथ खाया जाता है उनको पॉलिश करके या स्टीकर लगाकर नहीं बेचा जा सकता. कुछ फलों पर मोम की पॉलिश रहती है, जिसको करने का मकसद फल को चमकाना होता है.
FSSAI ने पॉलिश किये हुए और स्टीकर लगे फलों की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश दिए हुए हैं. राजधानी में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया स्टीकर लगे फलों की बिक्री पर रोक है और समय-समय पर ऐसे दुकानदारों के खिलाफ अभियान भी चलाया जाता है और लोगों के बीच में जागरूकता फैलाई जाती है कि ऐसे फलों को न खाएं.