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लखनऊ: कलेक्ट्रेट सभागार में 'पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान के संबंध में हुई बैठक - जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा

लखनऊ के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में 'पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान के संबंध में बैठक हुई. बैठक में अभियान की कार्ययोजना और इसके अनुपालन कराने संबंधी निर्देश दिए गए.

कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक

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Published : Sep 25, 2019, 3:18 PM IST

लखनऊ: जिले के कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में 'पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' अभियान के संबंध में बैठक की गई. इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल, जिला विद्यालय निरीक्षक मुकेश सिंह और मान्यता प्राप्त विद्यालय यूपी बोर्ड, आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड के मैनेजर और प्रधानाध्यापकों ने भाग लिया.

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने की बैठक.
'पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' का होगा शुभारंभजिलाधिकारी की बैठक में बताया गया कि समस्त राजकीय/अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों की बैठक 25 सितंबर को 10:30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में की जाएगी. जनपद के समस्त निजी एवं सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र और छात्राओं में अपने पाठ्यक्रम के अतिरिक्त पुस्तकों को पढ़ने की प्रवृत्ति विकसित की जाएगी. इसके लिए 1 अक्टूबर से 'पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. जिलाधिकारी ने उक्त कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को देखते हुए जयंती से एक दिन पूर्व 1 अक्टूबर को सभी विद्यालयों में करने का आदेश दिया है. महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य पर 'पढ़े लखनऊ, बढ़े लखनऊ' के प्रथम दिवस का विषय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन एवं भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास से जुड़े अन्य विषय पर आधारित होगा, जिसमें सभी विद्यार्थियों को थीम पर आधारित पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा.इसे भी पढ़ें-लखनऊ: व्यंग्य एक बेहद मुश्किल विधा है, इसे सहेजना जरूरी: अनूप मणि त्रिपाठी

क्या है कार्य योजना
जिलाधिकारी द्वारा उक्त कार्यक्रम के अनुपालन के लिए कार्य योजना भी जारी की गई है. इस कार्य योजना के अनुसार कार्यक्रम प्रत्येक माह की 1 तारीख को 11:00 से 12:00 बजे तक संचालित किया जाएगा. इस निर्धारित समय पर अध्यापकों को भी विद्यार्थियों के साथ पुस्तकों का अध्ययन करना होगा, जिसमें छात्र एक घंटा स्वयं पुस्तक को पढ़ेंगे और एक-दूसरे से उससे संबंधित वार्तालाप करेंगे. प्रत्येक माह में निर्धारित दिन के लिए टीम निर्धारित की जाएगी, जिस पर आधारित पुस्तकों का अध्ययन छात्र-छात्राओं को करना होगा. थीम विषय आधारित पुस्तक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने पर विद्यार्थियों द्वारा किसी भी अन्य विषय की पुस्तक रूचि के अनुसार पढ़ी जा सकती हैं. विद्यालय के पुस्तकालय एवं सार्वजनिक पुस्तकालयों को पुस्तकें दान करने हेतु शिक्षाविदों एवं जनमानस को भी प्रेरित किया जाएगा. विद्यालय द्वारा समुचित विषय वस्तु की पुस्तकों का यथा संभव अपने स्रोतों से क्रय करके रखरखाव भी किया जाएगा.

जनपद के समस्त विद्यालयों को यह निर्देश दिया गया है कि 1 अक्टूबर 2019 से उक्त अभियान का अनुपालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए. यदि किसी विद्यालय द्वारा उक्त व्यवस्थाओं का अनुपालन नहीं कराया जाता है तो उनको शो कॉज नोटिस जारी किया जाएगा.
-कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी

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